इंस्टाग्राम पर परवान चढ़ा प्यार, मंदिर में शादी को पुलिस व प्रशासन ने रोका
सालानपुर थाना क्षेत्र के आचड़ा ग्राम पंचायत के अधीन केंदुआदाइ गांव की एक किशोरी (16) का इंस्टाग्राम पर पुरुलिया जिला के अरसा प्रखंड के अरसा गांव के लड़के (18) से प्यार हुआ.
नाबालिग लड़की की शादी करनेवाले माता-पिता पर पॉक्सो का केस दर्ज
प्रतिनिधि, आसनसोल
सालानपुर थाना क्षेत्र के आचड़ा ग्राम पंचायत के अधीन केंदुआदाइ गांव की एक किशोरी (16) का इंस्टाग्राम पर पुरुलिया जिला के अरसा प्रखंड के अरसा गांव के लड़के (18) से प्यार हुआ.
घरवालों को जब इसकी जानकारी मिली तो दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से लड़के-लड़की का शादी करने का निर्णय लिया. शुक्रवार को बैंड बाजा व बाराती लेकर पुरुलिया से लड़केवाले पहुंचे कल्याणेश्वरी मंदिर में, यहीं दोनों की शादी होनी थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. नाबालिग लड़की की शादी की सूचना किसी तरह प्रशासन के पास पहुंच गयी. बस क्या था, पुलिस के साथ प्रशासन की पूरी टीम वहां पहुंच गयी और शादी रूक गयी. लड़का-लड़की दोनों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों के समक्ष लाया गया. दोनों के परिवारवालों को वार्निंग देकर छोड़ दिया गया और बताया गया कि दोनों के बालिग होने के पहले यदि शादी हुई तो कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी.
आसनसोल सदर के महकमा शासक विश्वजीत मुखर्जी ने बताया कि सालानपुर के बीडीओ को उन्हें यह जानकारी मिली कि कल्यानेश्वरी मंदिर में एक नाबालिग लड़की की शादी हो रही है. यह सूचना मिकते ही उन्होंने चाइल्ड लाइन को इसकी सूचित किया. चाइल्ड लाइन के जिला कोऑर्डिनेटर अपनी टीम के साथ निकले. सालानपुर प्रखंड के प्रखंड कल्याण अधिकारी और कन्याश्री के डेटा प्रबंधक लड़की के घर गये. जहां कोई नहीं था. आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि लड़की की शादी कल्यानेश्वरी मंदिर में हो रही है. शादी का कार्ड भी मिला. स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया. पूरी टीम कल्यानेश्वरी मंदिर पहुंची. करीब 200 लोग इस शादी में जमा हुए थे. शादी की प्रक्रिया चल रही थी. पुलिस की मदद से लड़का लड़की को कल्यानेश्वरी पुलिस फांडी में लाया गया. यहां से पुलिस की सुरक्षा में आसनसोल चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास हाजिर किया गया. जहां उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दी गयी.
मंदिर कमेटी को भी किया गया सजग, जन्म प्रमाणपत्र जरूर देखें
शादी रुकवाने के लिए कल्यानेश्वरी मंदिर पहुंची पुलिस, प्रशासन और चाइल्ड लाइन के टीम ने मंदिर कमेटी से बात की. शादी के लिए वे किन कागजातों के आधार पर यहां शादी की मंजूरी देते हैं. मंदिर कमेटी के सदस्यों ने कोई एक जन्म प्रमाणपत्र देख लेते हैं. जिसपर उन्हें बताया गया कि यदि किसी लड़की की उम्र 18 वर्ष से कम लगे तो उसके जन्म प्रमाणपत्र की जांच जरूर करें. सिर्फ एक प्रमाण नहीं, अन्य दो तीन प्रमाणपत्रों को जरूर देखें. संदेह होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.
लड़की ने अपनी उम्र व स्कूल का नाम बताया गलत : सालानपुर के केंदुआडी गांव में लड़की अपने मामा के घर रहती है. उसके पिता डूबुडी इलाके में रहते हैं. लड़की खुद को 18 वर्ष पूरा होने की बात कह रही थी. हालांकि वह अपना स्कूल कभी आचड़ा राय बलराम तो कभी कल्यानेश्वरी बता रही थी. कभी कक्षा 11 तो कभी 12 बता रही थी. दोनों ही स्कूलों में कहीं भी उसका नाम नहीं मिला. लड़का वर्ष 2023 में उच्च माध्यमिक पास किया है.
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