आसनसोल. रानीगंज के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम में डकैती के सिलसिले में पुलिस अंडाल से एक फल-विक्रेता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. खबर लिखे जाने तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है. मामले में उसकी संलिप्तता के सबूत तलाशे जा रहे हैं डकैती या किसी अन्य मामले में भी उसकी लिप्तता के साक्ष्य टटोले जा रहे हैं. डकैती-कांड का सरगना बिहार के सीवान का कुख्यात सोनू सिंह और गोपालगंज का सूरज सिंह पुलिस के शिकंजे में है. मामले में शामिल अन्य पांच आरोपियों को पकड़ने के लिए कमिश्नरेट पुलिस की टीम बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश सहित अन्य कुछ राज्यों में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. गौरतलब है कि नौ जून को रानीगंज के प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम में दुस्साहसिक डकैती की गयी थी. सात की संख्या में बदमाशों ने हथियार के बल पर 1.83 करोड़ रुपये मूल्य के जेवरात लूटकर फरार हो गये. पुलिस अधिकारी मेघनाद मंडल की बहादुरी और साहसिक कारनामों से बदमाशों का पूरा प्रयास सफल नहीं हुआ. सरगना सोनू सिंह को गोली लगी और लूटा हुआ करीब दो करोड़ रुपये से अधिक के गहने वे छोड़कर भाग गये. सोनू सिंह ने पुलिस को बताया कि मई माह में वह 12 दिनों तक अंडाल थाना क्षेत्र इलाके में ठहरा हुआ था और उसी दौरान वह रानीगंज सहित बांकुड़ा, दुर्गापुर, आसनसोल आदि इलाकों में भी रेकी की थी. पुलिस ने शनिवार को अंडाल थाना क्षेत्र इलाके से एक फल बिक्रेता को हिरासत में लिया है. क्या उसने इन बदमाशों को शरण दी थी? बदमाशों के साथ इसका क्या संबंध रहा है? या यह अन्य किसी अपराध में लिप्त है? इन सभी मुद्दों पर पुलिस फल बिक्रेता से पूछताछ कर रही है.
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