पुलिस को मामला सुलझाने के लिए रविवार तक का समय : ममता

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पुलिस आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या का मामला रविवार तक सुलझाने में विफल रही तो इसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) को सौंप दी जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 2:03 AM

सीएम ने कहा – तय समय तक मामला नहीं सुलझने पर सीबीआइ को सौंप देंगे जांच का जिम्मा

मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, साथ में कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल भी रहे मौजूद

संवाददाता, कोलकाता

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी में आरजी कर अस्पताल की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और राज्य सरकार की ओर से हर तरह की मदद का आश्वासन दिया. पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पुलिस आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या का मामला रविवार तक सुलझाने में विफल रही तो इसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) को सौंप दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहती हैं कि मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में की जाये. मुख्यमंत्री कहा: अगर पुलिस रविवार तक इस मामले को सुलझाने में नाकाम रहती है, तो हम मामले को सीबीआइ को सौंप देंगे. हालांकि, केंद्रीय जांच एजेंसी की सफलता दर बहुत कम है. मुख्यमंत्री ने कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों का जिक्र किया, जिन्हें सीबीआइ ‘सुलझा नहीं सकी.’ आरजीकर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अंदर दुष्कर्म तथा हत्या की शिकार हुई महिला चिकित्सक का शव शुक्रवार को सुबह सेमिनार हॉल में मिला था. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.सुश्री बनर्जी ने कहा कि मृतक डॉक्टर के परिवार वालों को संदेह है कि इसमें कोई भीतर का व्यक्ति शामिल है. उन्होंने कहा: ‘मैंने पुलिस से कहा है कि यदि किसी के खिलाफ ऐसा कोई संदेह है तो उनसे – पीड़िता के दोस्तों और अन्य लोगों से – पूछताछ की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा: उन्होंने (प्रधानाचार्य) घटना के बाद अपने साथ हुई अभद्रता के बारे में बताया है. हमने उन्हें दूसरे विभाग में स्थानांतरित कर दिया है. हमने लापरवाही के कारण अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह उप प्राचार्य को भी हटा दिया है. छाती रोग विभाग के प्रमुख और आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा के प्रभारी कोलकाता पुलिस के एसीपी को भी हटा दिया गया है.

मुख्यमंत्री ने शनिवार को इस मामले में दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की थी. ममता बनर्जी ने कहा: हम चाहते हैं कि इस मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में हो. हम मृत्युदंड की भी मांग करेंगे. कुछ लोग शायद भूल गये हैं कि समाज में कैसे व्यवहार करना चाहिए. महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसा एक जघन्य अपराध है.

अगले चार-पांच दिनों में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे : सीपीमामले की जांच पर कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने दावा किया कि अगर इस मामले में और अपराधी शामिल हैं तो उनको भी अगले चार-पांच दिनों में गिरफ्तार कर लिया जायेगा. गौरतलब है कि कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल भी ममता बनर्जी के साथ पीड़िता के घर गये थे. गोयल ने कहा कि घटनास्थल के पास मौजूद सभी लोगों को बुलाया जा रहा है और अगर जिन लोगों को अभी तक नहीं बुलाया गया है तो उन्हें भी बुला कर पूछताछ की जायेगी. हर संदिग्ध से पूछताछ की जायेगी. उन्होंने कहा कि अगर और भी अपराधी होंगे तो हम उन्हें अगले चार से पांच दिनों में गिरफ्तार कर लेंगे.

क्या हैं प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें

जूनियर महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना की न्यायिक जांच हो. दोषियों को मौत की सजा मिले. सीसीटीवी फुटेज, पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत सभी दस्तावेज आंदोलनकारियों को सौंपी जाये.

अस्पताल के प्रिंसिपल, डीन, चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख को हटाया जाये. अधीक्षक का तबादला पहले ही कर दिया गया है. सोमवार को प्रिंसिपल ने इस्तीफा सौंप दिया है. अब जूनियर डॉक्टर्स उक्त अधिकारियों से लिखित में माफी मांगने की मांग कर रहे हैं.

राज्य के प्रत्येक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी. अस्पताल में 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षा गार्ड की तैनाती व डॉक्टरों के लिए विश्राम कक्ष की व्यवस्था की जाये.

पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ की गयी क्रूरता के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग भी की गयी है.

कोलकाता पुलिस कमिश्नर मामले में हस्तक्षेप कर कठोरतम सजा दिलायें.

24 घंटे के अंदर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाये.

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