दुष्कर्म और हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी है पुलिस

कोलकाता पुलिस महिला चिकित्सक से दुुष्कर्म और हत्या के मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 2:05 AM

फॉरेंसिक विशेषज्ञ ने कहा- घटना की रात ड्यूटी पर रहे सभी पुरुष की मेडिकल टेस्ट जरूरी

संवाददाता, कोलकाता

कोलकाता पुलिस महिला चिकित्सक से दुुष्कर्म और हत्या के मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. जूनियर डॉक्टर का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शुक्रवार सुबह पाया गया था. प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला चिकित्सा का यौन उत्पीड़न हुआ था और उसकी हत्या की गयी थी. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न के बाद उसकी हत्या की गयी थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता की दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था और चेहरे पर चोटें थीं. पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स से भी खून बह रहा था. उसके पेट, बायें पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, उंगली और होठों पर भी चोट के निशान मिले थे.

इस बीच, एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य से संकेत मिलता है कि गिरफ्तार आरोपी ने महिला चिकित्सक की पहले हत्या की और फिर उससे दुष्कर्म किया. पुलिस ने अपराध के दौरान आरोपी द्वारा पहने गये कपड़े और जूते बरामद किये हैं. घटना की जांच के लिए कोलकाता पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने रविवार को जूनियर महिला डॉक्टर के शव का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक से मुलाकात कर उनसे पोस्टमार्टम से जुड़े कई सवालों का जवाब मांगा. बाकी चिकित्सक की हत्या के बाद दुष्कर्म किया गया या फिर दुष्कर्म के बाद हत्या की गयी, पुलिस इसे लेकर स्पष्ट होना चाहती है. इसके लिए पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

इस बीच, फॉरेंसिक विशेषज्ञ डॉ शोभन दास का मानना है कि इस मामले में महिला चिकित्सक की पहले हत्या कर दी गयी होगी. उसके बाद दुष्कर्म हुआ होगा. क्योंकि, मृत चिकित्सक के प्राइवेट पार्ट में जो घाव पाये गये हैं, उसे मेडिकल भाषा में ‘पेरीमोर्टम’ कहा जाता है. इसका जिक्र ऑटोप्सी रिपोर्ट में है. इसलिए चिकित्सक का मानना है कि इस मामले में पहले महिला चिकित्सक की हत्या की गयी होगी उसके बाद दुष्कर्म किया गया होगा. उनका तर्क यह भी है कि लड़की डॉक्टर थी. शरीर से भी मजबूत थीं. हमला होने पर उन्होंने विरोध किया होगा. फिर उनके मुंह को बंद करने की कोशिश की गयी होगी. ऐेसा करने के लिए आरोपियों द्वारा गला दबाकर पकड़ा गया होगा. ऐसे में लड़की बेहोश हो गयी होगी और इसके बाद महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म किया गया होगा. चिकित्सक का यह भी कहना है कि बेहोशी की हालत में दुष्कर्म नहीं हुआ है. क्योंकि चिकित्सक खुद को बचाने की कोशिश की थी. जिसके कारण उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान देखे गये हैं. पोस्टमार्टम विशेषज्ञ के अनुसार, जिसने भी यह अपराध किया है उसने पहले सेमिनार हॉल की पूरी तरह से रेकी की होगी. उनका मानना है कि पीड़िता की गतिविधि पर आरोपियों की पहले से ही नजर रही होगी. इस वजह से उनका मनना है कि इस घटना के पीछे एक से ज्यादा लोग हो सकते हैं. उनका कहना है कि लड़की ने खुद को बचाने के लिए खूब संघर्ष भी की होगी. इस दौरान बलात्कारियों द्वारा भी उस पर हमला किया गया होगा. इसलिए घटना वाले दिन चेस्ट मेडिसिन में कार्यरत सभी पुरुष चिकित्सकों की मेडिकल जांच जरूरी है. जो भी महिला चिकित्सक के करीब थे,उनकी मेडिकल जांच होनी चाहिए. चिकित्सक ने यह भी बताया कि जो लोग शाम से रात तक परिसर में ड्यूटी पर थे या जो ड्यूटी पर नहीं थे लेकिन वहां जा सकते थे या वहां देखे गये होंगे, उन सभी की चिकित्सकीय जांच की जानी चाहिए. उनके मुताबिक इस तरह से ही अन्य सभी आरोपियों तक पहुंचा जा सकता है.

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