बांकुड़ा.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, राज्य शिक्षा नीति 2023, स्कूल स्तर पर चार वर्षीय डिग्री पाठ्यक्रम और सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त करने, सभी रिक्त पदों पर शिक्षकों की भ्रष्टाचार मुक्त नियुक्ति, सार्वजनिक परिवहन में छात्रों का एक तिहाई किराये के प्रावधान, नीट, नेट भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को सजा दिलाने और जिला स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की मांग को लेकर बांकुड़ा जिला समिति के आह्वान पर गुरुवार को बांकुड़ा जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने एआइडीएसओ की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमे जिले के विभिन्न हिस्सों से तीन सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. मौके पर एआइडीएसओ के पश्चिम बंगाल राज्य सचिव विश्वजीत रॉय उपस्थित थे. छात्र सभा को राज्य एवं जिला नेताओं सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र प्रतिनिधियों ने संबोधित किया. इससे पहले एआइडीएसओ की तरफ से शहर में विरोध मार्च निकाला गया. विद्यार्थियों का जुलूस जब जिला कलेक्टर कार्यालय के पास पहुंचा तो पुलिस ने उसे रोक दिया गया. जिसके बाद भारी विरोध हुआ. इसके बाद पांच लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा. जिला प्रशासन की ओर से मांगों को पूरा करने के लिए उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया. इस बारे में विश्वजीत राय का कहना था कि शिक्षा व्यवस्था में भयंकर घपला हो रहा है. शिक्षा मंत्री इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. शिक्षा व्यवस्था की अवहेलना हो रही है. इसके लिए राज्यभर में आंदोलन किया जायेगा. जरूरत हुई तो पुलिस की लाठी के सामने खड़े होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है