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महज 50 रुपये के लिए खलासी ने बस में चढ़ा दिया हथियारों से भरा बैग !

पड़ोसी राज्य झारखंड के रास्ते बसों से हथियारों की खेप बंगाल लायी जा रही है. शनिवार को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नटेर (एडीपीसी) की टीम ने यह बड़ा खुलासा किया. गिरिडीह से बाबूघाट आ रही एक यात्री बस में करके हथियार आने की सूचना पुलिस को मिली थी.

आसनसोल/कुल्टी.

पड़ोसी राज्य झारखंड के रास्ते बसों से हथियारों की खेप बंगाल लायी जा रही है. शनिवार को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नटेर (एडीपीसी) की टीम ने यह बड़ा खुलासा किया. गिरिडीह से बाबूघाट आ रही एक यात्री बस में करके हथियार आने की सूचना पुलिस को मिली थी. सहायक पुलिस आयुक्त (कुल्टी) एसके जावेद हुसैन ने अपनी टीम के साथ झारखंड बंगाल सीमा पर कुल्टी थाना क्षेत्र के अधीन एनएच-19 डूबुडी नाके पर शुक्रवार रात को घेराबंदी की. रात 12 बजे जैसे ही बस नाका पर पहुंची पुलिस ने रोककर उसे घेर लिया और तलाशी ली. इस दौरान बस के अंदर ही एक नीले बैग में कुछ कपड़ों के बीच चार पाइपगन और दो जिंदा कारतूस बरामद हुआ. जांच में पुलिस ने पाया कि यह बैग किसी यात्री की नहीं है.

इस बैग को खलासी ने बस में चढ़ाया है. पुलिस ने बस के खलासी व गिरिडीह निवासी सलीम अंसारी को गिरफ्तार किया. शनिवार उसे अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की अदालत ने चार दिनों का रिमांड मंजूर किया. प्राथमिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गिरिडीह से किसी व्यक्ति ने यह बैग ले जाने के लिए खलासी को दिया था. जिसके एवज में उसे 50 रुपये मिला था. निर्दिष्ट जगह पर यह बैग बस से कोई आकर कलेक्ट कर लेता. इस बयान में कितनी सच्चाई है रिमांड अवधि में पुलिस इसका पता लगाने के साथ पूरे नेटवर्क को चिन्हित करने के कार्य में जुट गयी है. पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) संदीप कर्रा ने बताया कि हथियारों के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

बसों से पैसे देकर कुछ भेजना है आम

बिना यात्रा किये बसों में सामान भेजना एक आम चलन है. यह चलन हर जगह लागू है. बस के किसी कर्मी को कुछ पैसा देकर सामान दे दिया जाता है और उसका फोन नम्बर लेकर सामान रिसीव करनेवाले को दे दिया जाता है. जहां सामान उतरना रहता है, वहां रिसीव करनेवाले फोन करके पहले ही पहुंच जाते है और सामान ले लेते हैं. इसतरह सामानों का आदान-प्रदान बसों में चलता रहता है. छोटा से छोटा और बसों में जाने लायक बड़ा से बड़ा सामान भी आता-जाता रहता है. खलासी के अनुसार उसे गिरिडीह में किसी ने यह बैग दिया और कहा कि रास्ते में यह बैग उससे ले लिया जाएगा. पुलिस पूरे मामले की सच्चाई का पता लगाने में जुट गयी है.

बसों से असलहे बंगाल भेजने का गोरखधंधा

शिल्पांचल में हथियारों की सप्लाई का एक बड़ा खुलासा 24 मई 2024 को हुआ था. एसटीएफ (पश्चिम बंगाल) की टीम ने आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के कालीपहाड़ी इलाके में छापेमारी कर भागलपुर (बिहार) का निवासी सागिर अंसारी को गिरफ्तार किया था. उसके पास से चार पाइपगन और 53 राउंड कारतूस बरामद हुआ था. उसने स्वीकार किया था कि लंबे समय से वह बंगाल के विभिन्न इलाकों में हथियारों की सप्लाई करता रहा है. शिल्पांचल में भी अनेकों बार हथियार सप्लाई किया है. इस घटना के ढाई माह बाद पुलिस ने पुनः एकबार हथियारों का खेप पकड़ा है. यह हथियार कौन भेजा है? कहां उतरना था? किसे देना था? इसका मुख्य सरगना कौन है? इसतरह बसों में करके कितने बार हथियारों की सप्लाई हो चुकी है? पुलिस के लिए इन सारे सावलों के जवाब ढूढने में जुट गयी है. सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग की टीम भी इस मामले की जांच में जुट गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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