Narendra Modi: प्रधानमंत्री ने कृष्णानगर में 15,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास

Narendra Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज पश्चिम बंगाल को विकसित राज्य बनाने के लिए हम एक और कदम उठा रहे हैं. आज मुझे 15,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य मिला है.

By Shinki Singh | March 2, 2024 6:21 PM
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Narendra Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में 15,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल को विकसित राज्य बनाने के लिए हम एक और कदम उठा रहे हैं. आज मुझे 15,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य मिला है.बिजली, सड़क, रेल की बेहतर सुविधाएं आपके जीवन को आसान बनाएगी. इन विकास कार्यों से पश्चिम बंगाल के आर्थिक विकास को गति मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्णानगर में रोड शो किया.

बंगाल हमारे देश के लिए पूर्वी द्वार का काम करता है : पीएम मोदी

पश्चिम बंगाल हमारे देश के लिए पूर्वी द्वार का काम करता है. पूरब में इस द्वार से प्रगति की अपार संभावनाओं को प्रवेश हो सकता है. इसलिए हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में रोडवेज, रेलवेज, एयरवेज, मोटरवेज, आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए काम कर रही है.

रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन फेज-2 परियोजना का शिलान्यास

आधुनिक दौर में विकास की गाड़ी को रफ्तार देने के लिए बिजली बहुत बड़ी जरूरत होती है. किसी भी राज्य की इंडस्ट्री हो, आधुनिक सुविधाएं हों या आधुनिक टेक्नोलॉजी से जुड़ी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी हो, बिजली की किल्लत में कोई भी राज्य या देश विकास नहीं कर सकता है. इसलिए हमारा प्रयास है कि पश्चिम बंगाल अपनी वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को लेकर आत्मनिर्भर बने. आज दामोदर घाटी निगम के तहत रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन फेज-2 परियोजना का शिलान्यास इसी दिशा में एक बड़ा कदम है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्णानगर में रोड शो किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्णानगर में रोड शो किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इंफ्रास्ट्रक्चर के दृष्टिकोण से रेल पश्चिम बंगाल के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा रहा है लेकिन इतिहास की जो बढ़त बंगाल को हासिल थी, आजादी के बाद उसे सही ढंग से आगे नहीं बढ़ाया गया. यही कारण है कि तमाम संभावनाओं के बावजूद बंगाल पीछे छूटता गया. पिछले 10 वर्षों में हमने उस खाई को पाटने के लिए यहां के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत जोर दिया है .

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