राज्य के बंटवारे की मांग के खिलाफ निकाला जुलूस
भाजपा उत्तर बंगाल का विकास किये बगैर विभिन्न जनजाति के लोगों की मर्यादा को दरकिनार करते हुए राज्य का बंटवारा करना चाहती है.
कोलकाता. पश्चिम बंगाल को टुकड़ों में बांटने से राज्य का विकास नहीं होगा, क्योंकि मोदी सरकार के दौर में लद्दाख का ज्वलंत उदाहरण हमारे सामने है. भाजपा उत्तर बंगाल का विकास किये बगैर विभिन्न जनजाति के लोगों की मर्यादा को दरकिनार करते हुए राज्य का बंटवारा करना चाहती है. इस तरह का आरोप लगाते हुए वामपंथी विचारधारा के लोगों ने गरियाहाट से जुलूस निकाला. इसका नेतृत्व माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती व विकास रंजन भट्टाचार्य ने किया. जुलूस में शामिल लोगों का आरोप था कि अंग्रेजों ने पहले कई बार बंगाल को बांटा और अब उनके दलाल इस काम को आगे बढ़ा रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि बंगाल की धरती आंदोलन की धरती है. यहां के लोग संग्रामी होते हैं. वे जानते हैं कि यहां से वे कभी जीत नहीं पायेंगे, इसलिए राज्य को टुकड़ों में बांटना चाहते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अनंत महाराज जैसे विघटनकारी तत्व के साथ ताममेल रखकर चलती हैं, इसलिए बंगाल को विभाजन के कगार पर लाने की जिम्मेवारी ममता बनर्जी को भी लेनी होगी.
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