लेदर सेक्टर में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश का मिला प्रस्ताव
पश्चिम बंगाल में लेदर सेक्टर के विकास के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ राज्य सचिवालय नबान्न भवन में उच्च स्तरीय बैठक की.
चमड़ा उद्योग के विकास को लेकर मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक
संवाददाता, कोलकाता
पश्चिम बंगाल में लेदर सेक्टर के विकास के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ राज्य सचिवालय नबान्न भवन में उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका विभिन्न विभाग के मंत्री व सचिवों के साथ-साथ लेदर एक्सपोर्ट के क्षेत्रीय अध्यक्ष रमेश जुनेता सहित लेदर सेक्टर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. बैठक के बाद मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि महानगर में स्थित बानतला लेदर कॉम्प्लेक्स में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला है, जहां कम से कम ढाई लाख और नौकरियां सृजित होने की संभावना है. श्री बंद्योपाध्याय ने कहा कि एशिया की सबसे बड़े लेदर कॉम्प्लेक्स, कर्म दिगंत को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नबान्न में समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में लेदर सेक्टर के प्रतिनिधियों ने बंगाल में 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना जतायी है. उन्होंने बताया कि 1150 एकड़ जमीन पर बने इस लेदर कॉम्प्लेक्स में 500 टेनरी और चमड़े का सामान बनाने वाली इकाइयां पहले से ही काम कर रही हैं. यहां 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और पांच लाख लोगों के लिए यहां रोजगार का सृजन हुआ है. उन्होंने बताया कि अन्य 187 टैनरी और 139 फुटवियर यूनिट स्थापित की जा रही हैं. इसमें कुल 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इस निवेश के परिणामस्वरूप यहां ढाई लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि नये निवेश से आने वाले दिनों में निर्यात बढ़ेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक में लेदर कॉम्प्लेक्स के बुनियादी ढांचे या कार्य क्षितिज के बारे में भी चर्चा हुई. मुख्य सचिव समेत सभी सचिवों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद यह बात सामने आयी कि यहां पर 1900 करोड़ रुपये की लागत से आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, पेयजल, सड़क, सीवेज सहित कई अन्य कार्य पहले ही किये जा चुके हैं. बाकी काम जल्द ही पूरा होने वाला है. उन्होंने बताया कि यहां 475 करोड़ रुपये के बजट से 28 मिलियन गैलन क्षमता वाली की एक बड़ी पेयजल परियोजना का निर्माण किया जा रहा है. इस जल परियोजना से कर्मदिगंत के साथ-साथ आसपास के इलाके के लोगों को भी फायदा होगा.
श्री बंद्योपाध्याय ने आगे बताया कि हिडको चमड़ा परिसर में उत्पादित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए अलीपुर जेल संग्रहालय के सामने एक लेदर और कॉटन उद्योग मॉल का निर्माण करेगा, जहां 50 फीसदी जगह इस लेदर कॉम्प्लेक्स में उत्पादित सामानों को प्रदर्शित करने के लिए आवंटित की जायेगी. शेष 50 प्रतिशत में बंगाल की साड़ियां और अन्य औद्योगिक सामान होंगे. उनहोंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय बाजार का ध्यान आकर्षित होगा.
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