नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण 26 जून को
राज्य सरकार व राजभवन के बीच पिछले कुछ दिनों से कई मुद्दों को लेकर विवाद जारी है. इस बीच, अब राज्य के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर राज्य सरकार व राजभवन के विवाद पैदा हो गया था, जो आखिरकार शनिवार को समाप्त हो गया. राज्यपाल ने नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह 26 जून को राजभवन में आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है.
कोलकाता.
राज्य सरकार व राजभवन के बीच पिछले कुछ दिनों से कई मुद्दों को लेकर विवाद जारी है. इस बीच, अब राज्य के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर राज्य सरकार व राजभवन के विवाद पैदा हो गया था, जो आखिरकार शनिवार को समाप्त हो गया. राज्यपाल ने नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह 26 जून को राजभवन में आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इसका विरोध किया है. वहीं, माना जा रहा है कि राज्य सरकार इस विवाद को आगे न बढ़ाते हुए इसी दिन शपथ ग्रहण समारोह करा सकती है. गौरतलब है कि राज्य विधानसभा के सचिव के कार्यालय ने राजभवन को शपथ ग्रहण समारोह के लिए शीघ्र मंजूरी देने का अनुरोध करते हुए नया पत्र भेजा था. इससे पहले, विधानसभा सचिवालय की ओर से 15 जून को राजभवन को पत्र भेजा गया था.राजभवन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्यपाल ने नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है. तृणमूल का कहना है कि नव निर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह हमेशा से ही विधानसभा में आयोजित होता आया है. आखिर राज्यपाल अब नयी परंपरा क्यों शुरू करना चाह रहे हैं. उल्लेखनीय है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ ही दो विधानसभा सीट भगवानगोला व बरानगर पर उपचुनाव हुआ था और इन दोनों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. भगवानगोला से रेयात हुसैन सरकार और बरानगर से सायंतिका बनर्जी को उपचुनाव में निर्वाचित हुए 18 दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनका शपथ ग्रहण समारोह राज्य सचिवालय नबान्न और राजभवन के बीच तकरार की वजह से फंसा हुआ है. लेकिन अब उम्मीद है कि 26 जून को नव निर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है.
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