कोलकाता.
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 में कथित अनियमितताओं और राजकीय कॉलेजों में दाखिला शुरू होने में देरी का आरोप लगाते हुए ‘ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन’ (एआइडीएसओ) के सदस्यों ने साल्टलेक स्थित पश्चिम बंगाल उच्च शिक्षा विभाग के मुख्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया. संगटन के सदस्य नारे लगाते हुए विकास भवन की ओर बढ़ रहे थे कि पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया. बाद में प्रदर्शनकारियों को पुलिस वाहनों में वहां से ले जाया गया. एआइडीएसओ का आरोप है कि पुलिस ने करुणामयी मोड़ से 24 और विकास भवन से 40 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया है. एआइडीएसओ के सुमन दास ने दावा किया कि नीट-यूजी विवाद के कारण कई आकांक्षी डॉक्टरों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही छात्रों में निराशा बढ़ रही है. क्योंकि उच्च माध्यमिक के परिणाम घोषित होने के एक महीने बाद भी सरकारी कॉलेजों में दाखिला शुरू नहीं हुआ है, जबकि निजी कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है.तृणमूल ने की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग
कोलकाता. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने फिर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 में अनियमितता का आरोप लगाया है. पार्टी ने नीट-यूजी मुद्दे पर विद्यार्थियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है. तृणमूल प्रवक्ता शांतनु सेन ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार विद्यार्थियों के भविष्य से खेल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा नीत केंद्र सरकार के सबसे बड़े घोटालों में से एक है. भाजपा लाखों विद्यार्थियों के भविष्य से खेल रही है. हम (तृणमूल) इस नीट-यूजी कथित घोटाले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग करते हैं, जिससे करीब 24 लाख विद्यार्थी प्रभावित हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है