जमीन मालिकों ने जमीन के बदले पैसों की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

रानीगंज के मंगलपुर के रोनाई इलाके में प्रस्तावित बाइपास रोड के निर्माण को लेकर मंगलवार को स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि यहां से बांकुड़ा को जोड़ने वाली बाईपास सड़क का निर्माण होगा. इसके लिए उनसे जमीन ली गयी है ,लेकिन अभी तक उन्हें अपनी जमीन का पैसा नहीं मिला है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 10:40 PM

रानीगंज.

रानीगंज के मंगलपुर के रोनाई इलाके में प्रस्तावित बाइपास रोड के निर्माण को लेकर मंगलवार को स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि यहां से बांकुड़ा को जोड़ने वाली बाईपास सड़क का निर्माण होगा. इसके लिए उनसे जमीन ली गयी है ,लेकिन अभी तक उन्हें अपनी जमीन का पैसा नहीं मिला है. इसके अलावा उनका कहना है कि यहां पर बाहर से लाकर लोगों को काम दिया जा रहा है. उन्होंने स्थानीय युवाओं को यहां पर नौकरी देने और कलवर्ट की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि यहां पर इस बाईपास के निर्माण को लेकर यहां के लोगों को कोई नोटिस भी नहीं दिया गया है. स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन के बारे में जानकारी पाकर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा, टीएमसी पार्षद अख्तरी खातून भी वहां पहुंचे. उन्होंने लोगों से बातचीत की. इसके बाद मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि यहां पर बाईपास का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए लोगों की जमीन ली गयी है लेकिन लोगों का कहना है कि जमीन के बदले उन्हें पैसे नहीं मिले हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर लोग खेती-बाड़ी करते हैं. एक केनल है और एक कलवर्ट है लेकिन उसे बंद कर दिया गया है. लोगों का कहना है कि अगर कलवर्ट को बंद कर दिया गया तो बारिश के मौसम में उनका गांव बाढ़ में डूब जायेगा, क्योंकि इस कलवर्ट से होकर बारिश का पानी नदी में जाकर गिरता है. उन्होंने मांग की कि उसे बंद नहीं किया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सर्विस रोड बनाए जाने की भी मांग की और स्थानीय युवाओं को नौकरी देने की भी आवाज उठायी. इन्हीं सब मांगों की समर्थन में कुछ देर के लिए काम रोक दिया गया था. यहां पर प्रबंधन के लोगों से बातचीत की गयी. प्रबंधन की ओर से कहा गया कि वे अपने उच्चाधिकारियों से बात करेंगे और शाम को एक बैठक होगी. वहीं अख्तरी खातून ने भी कहा के यहां पर राष्ट्रीय राजमार्ग 14 बाईपास का निर्माण हो रहा है इसके लिए लोगों से जमीन ली गई है लेकिन अभी तक उन्हें जमीन के बदले पैसा नहीं मिला है. जब तक गांव वालों की मांग पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा और एक मास पिटीशन दिया जायेगा. पुलिस थाने, बोरो कार्यालय सहित विभिन्न सरकारी दफ्तरों को यह मास पिटीशन दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि यहां के गांव वालों ने जमीन दी है उसके बदले उनको यह सारी सुविधाएं मिलनी ही चाहिए.

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