पुरुलिया की बेटी ने किया देश का नाम रोशन
बसंती के परिवार में माता-पिता व एक छोटा भाई है. पिता दिहाड़ी मजदूर हैं.
पुरुलिया .विदेश की धरती पर पुरुलिया की बसंती महतो ने तीरंदाजी में ब्रांज पदक प्राप्त कर भारत का नाम रोशन किया. जिले के बड़ाबाजार थाना क्षेत्र के रानसी गांव की रहने वाली बसंती महतो ने दक्षिण कोरिया में हो रही आर्चरी एशिया कप प्रतियोगिता में भारत की ओर से खेलते हुए कांस्य पदक प्राप्त किया. तीरंदाजी प्रतियोगिता दल में बसंती के अलावा महाराष्ट्र तथा गुजरात के दो तीरंदाज शामिल थे. हालांकि सफलता बसंती ने ही प्राप्त की. बसंती के परिवार में माता-पिता व एक छोटा भाई है. पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. आर्थिक रूप से पिछड़ने के बावजूद भी बसंती सफलता की ऊंचाइयों को स्पर्श किया है. वर्ष 2018 में बड़ाबाजार थाने के तीरंदाजी अकादमी में प्रशिक्षण लेने के लिए वह दाखिल हुई थी. पुलिस प्रशासन द्वारा उसकी प्रतिभा को देखते हुए काफी सहायता प्रदान की गयी. प्रतिदिन लगभग पांच किलोमीटर साइकिल चलाकर प्रशिक्षण शिविर पहुंचकर वह कड़ी मेहनत करती थी. इसके बाद लगातार उसने जिला एवं राज्य स्तर की कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया जहां उसे सफलता मिली. उसकी सफलता को देखते हुए वर्ष 2019 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से उसे प्रशिक्षण पाने का अवसर प्राप्त हुआ. इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी प्रतियोगिता में उसने सफलता मिलनी शुरू हुई. पिछले महीने दिल्ली में जूनियर तीरंदाजी विभाग में उसने अव्वल स्थान प्राप्त किया. इसके बाद ही उसे अपने देश की ओर से प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका प्राप्त हुआ. इस मौके को पाते ही उसने दक्षिण कोरिया में एशिया कप प्रतियोगिता में तीरंदाजी में कांस्य पदक प्राप्त कर भारत का नाम रोशन किया. जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय लोगों एवं परिवार वालों ने उसे ढेरों बधाइयां दी हैं. परिवार के लोगों ने बताया कि बसंती का लक्ष्य ओलंपिक खेल प्रतियोगिता में पदक जीतना है. उसने बताया कि घर पहुंचते ही वह पुनः कड़ी मेहनत करना आरंभ कर देगी और ओलंपिक खेल में पदक जीत कर जिले के साथ-साथ भारत का नाम ऊंचा करेगी.
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