कोलकाता.
राजभवन की ओर से मालदा जिले में स्थित गौड़ बंग यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को पत्र लिख कर विश्वविद्यालय के कुलपति के चेंबर को सील करने का निर्देश दिया गया है. रजिस्ट्रार को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि निष्कासित कुलपति किसी भी तरह से विश्वविद्यालय में प्रवेश न कर सकें. यहां तक कि उनके चेंबर को सील करने को भी कहा गया है. राजभवन ने अपने पत्र में कहा है कि जरूरत पड़ने पर निष्कासित कुलपति रजत किशोर डे को पुलिस की मदद से विश्वविद्यालय में प्रवेश करने पर रोका जाये. जानकारी के अनुसार, राजभवन की ओर से रजिस्ट्रार को इमेल से यह दिशानिर्देश दिया गया है. उल्लेखनीय है कि रजत किशोर डे ने विगत अगस्त में विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्यभार संभाला था. राज्यपाल व कुलाधिपति डॉ सीवी आनंद बोस ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी थी और इसके नौ महीने बाद अब कुलाधिपति ने रजत किशोर डे को कुलपति के पद से हटा दिया है.
राज्य सरकार ने फैसले का किया विरोध
इस बीच, राज्य सरकार ने राज्यपाल के इस फैसले का विरोध किया है. रजत किशोर डे को शिक्षा विभाग ने कुलपति पद पर काम करते रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार के इमेल पर सरकार की ओर से एक आदेश आया है. उन्हें वहां कुलपति के कर्तव्यों का पालन करते रहने को कहा गया है. वह राज्य प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कुलपति के कर्तव्यों का पालन करते रहेंगे. राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच शुरू से ही टकराव के बीच ही इस बार कुलपति को लेकर राजभवन ने सख्त निर्देश दिया है.