इडी के रडार पर आये 400 बैंक खाते

राशन घोटाले में धनशोधन पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (इडी) द्वारा उत्तर 24 परगना के देगंगा ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनीसुर रहमान उर्फ विदेश व उसके भाई आलिफ नूर उर्फ मुकुल को पहले ही गिरफ्तार किये जा चुका है. इडी हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें स्पेशल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट में पेश किया गया था, जहां जांच की गति को लेकर न्यायाधीश ने असंतुष्टि जतायी. उन्होंने सवाल किया कि क्या मामले की जांच सौ वर्षों तक जारी रहेगी? हालांकि, इडी के अधिवक्ता की ओर से दावा किया गया कि मामले को लेकर नये तथ्य मिल रहे हैं. जांच में 400 बैंक खातों का पता चला है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 11:10 PM

कोलकाता.

राशन घोटाले में धनशोधन पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (इडी) द्वारा उत्तर 24 परगना के देगंगा ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनीसुर रहमान उर्फ विदेश व उसके भाई आलिफ नूर उर्फ मुकुल को पहले ही गिरफ्तार किये जा चुका है. इडी हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें स्पेशल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट में पेश किया गया था, जहां जांच की गति को लेकर न्यायाधीश ने असंतुष्टि जतायी. उन्होंने सवाल किया कि क्या मामले की जांच सौ वर्षों तक जारी रहेगी? हालांकि, इडी के अधिवक्ता की ओर से दावा किया गया कि मामले को लेकर नये तथ्य मिल रहे हैं. जांच में 400 बैंक खातों का पता चला है. आशंका है कि इन खातों के जरिये बड़े परिमाण में धन शोधन व भ्रष्टाचार से जुटायी रकम दूसरी जगह स्थानांतरित की गयी. अनीसुर और आलिफ के अधिवक्ता ने अपने दोनों मुवक्किलों की जमानत देने की अपील करते हुए कहा कि इडी मामले की धनशोधन पहलू की जांच नहीं कर जैसे भ्रष्टाचार के मुख्य मामले की जांच कर रही है. न्यायाधीश ने इडी से पूछा कि अनीसुर और आलिफ को इडी की हिरासत में रखने की क्या जरूरत है? इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से आरोप लगाया गया कि आलिफ ने राशन वितरण भ्रष्टाचार से जुटायी रकम दूसरप जगह पर स्थानांतरित किये, जबकि उसके भाई अनीसुर ने उस राशन भ्रष्टाचार के पैसे का इस्तेमाल व्यक्तिगत और राजनीतिक कार्यों के लिए किया. इसके बाद न्यायाधीश ने पूछा कि दोनों आरोपियों के 10 दिनों तक इडी की हिरासत में रहने के दौरान कितने लोगों से पूछताछ की गयी? जज ने पूछा : पिछले 10 दिनों में इडी ने कितने लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है?

इडी की ओर से बताया गया कि नौ लोगों से पूछताछ की गयी है. इडी की ओर से बताया गया कि जांच में 400 बैंक खातों का पता चला है. उनका आरोप है कि अनीसुर और आलिफ ने अपनी राइस मिलों में काम करने वाले कर्मचारियों और उनके परिजनों व रिश्तेदारों को अवैध तरीके से किसान बताकर उनके दस्तावेजों के सहारे ये खाते खुलवाये थे और इन बैंक खातों के जरिये नकली किसान बन कर भारी परिमाण में धनशोधन किया गया व भ्रष्टाचार से जुटायी रकम दूसरी जगह स्थानांतरित किये गये.

केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया कि इस भ्रष्टाचार में राज्य में कुल 147 मामले दर्ज किये गये हैं. सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद दोनों आरोपियों की चार दिनों की इडी हिरासत की अवधि और बढ़ा दी गयी.

पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी हैं गिरफ्तार किये गये अनीसुर व उसके भाई :

गौरतलब है कि गत एक अगस्त को अनीसुर और उसके भाई से करीब 14 घंटों तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. दोनों बकीबुल के ममेरे भाई भी हैं. साथ ही वे मामले में पहले से गिरफ्तार व पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी बताये जाते हैं.

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