आसनसोल शहर की आबोहवा में आया सुधार
आसनसोल शहर की वायु गुणवता सूचकांक (एक्यूआई) शनविार को पार्टिकुलर मेटेर्सियलस (पीएम- 2.5) सूचकांक 64 दर्ज की गयी. वायु गुणवत्ता सूचकांक में ( 01-100) के बीच के संख्या को मॉडरेट की रेंकिंक में रखा जाता है. गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक एक सूचकांक है जिसका उपयोग दिन-प्रतिदिन के आधार पर वायु की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए किया जाता है.
आसनसोल.
आसनसोल शहर की वायु गुणवता सूचकांक (एक्यूआई) शनविार को पार्टिकुलर मेटेर्सियलस (पीएम- 2.5) सूचकांक 64 दर्ज की गयी. वायु गुणवत्ता सूचकांक में ( 01-100) के बीच के संख्या को मॉडरेट की रेंकिंक में रखा जाता है. गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक एक सूचकांक है जिसका उपयोग दिन-प्रतिदिन के आधार पर वायु की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए किया जाता है. इसकी बदौलत एक निश्चित समय अवधि में प्रदूषित हवा के हमारे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को निर्धारित करने की जानकारी मिलती है. यह समाधान लोगों को यह समझाने के लिए तैयार किया गया है कि धुंध किस प्रकार उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) पांच मुख्य हानिकारक पदार्थों के आधार पर वायु गुणवत्ता सूचकांक की गणना करती है. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड, जमीनी स्तर ओजोन, सल्फर डाइऑक्साइड, कणिका तत्व शामिल है. जैसा कि आप अनुमान लगा सकते हैं, वायु सूचकांक का मान जितना अधिक होगा. वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और हवा हमारे स्वास्थ्य के लिए उतनी ही अधिक खतरनाक होगी. वायु गुणवत्ता सूचकांक की बदौलत, विभिन्न स्थानों में प्रदूषण की तुलना करना संभव है. इसके अलावा, यह हमें यह निर्धारित करने की अनुमति देता है कि धुंध का स्तर घटता है या बढ़ता है. यह पर्यावरण की स्थिति के बारे में जानकारी का एक स्रोत है. प्रदूषित हवा के कारण होने वाली परेशानियों से जूझ रहे लोगों के लिए एक्यूआई खास तौर पर महत्वपूर्ण हो सकता है. चूँकि उनके पास गुणवत्ता की जानकारी उनकी उंगलियों पर होती है. इसलिए वे सूचित निर्णय ले सकते हैं और ज़रूरत पड़ने पर घर पर रह सकते हैं.आसनसोल प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर सुबीर मंडल ने बताया कि इन दिनों बारिश के कारण आसनसोल का एक्यूआई पीएम 2.5 सौ के आंकडें के पार नहीं जा रहा है. आसनसोल की वायु की गुणवत्ता सूचकांक यह दर्शता है कि वायु प्रदूषण बिल्कुल कम हो गया है. प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिये वायु गुणवत्ता सूचकांक जानना जरूरी हो जाता है. आसनसोल में तीन प्रकार के मॉनिटरिंग मीटर के माध्यम से प्रदूषण की मात्रा को नियमित रूप से दर्ज किया जाता है. सबसे संवेदनशील मशीन कंटीन्यूअस क्वालिटी मेजरमेंट सिस्टम (सीक्यूएमएस) है.
आसनसोल में अब तक तीन सीक्यूएमएस मशीन स्थापित किया जा चुके हैं. पहले मशीन पोलो ग्राउंड के सामने सदर महकमा अधिकारी के आवास के पास लगा हुआ है. दूसरा पुलिस आयुक्त कार्यालय स्थित इवनिंग लॉज में स्थित है और तीसरा महावीर कोलवारी रानीगंज में स्थित है. इस वर्ष फरवरी के महीने में इसका उद्घाटन किया गया था. चौथा मशीन अतिशीघ्र टीडीबी कॉलेज में लगने जा रहा है. इसके अलावा सात मैन्युअल मॉनिटरिंग स्टेशन है. जिसमें आसनसोल म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, बर्नपुर टाउन ऑफिस, एसकेएस पब्लिक स्कूल रानीगंज, रानीगंज म्युनिसिपालिटी, जामुड़िया म्युनिसिपालिटी सहित सात मैन्युअल स्टेशन है. साथ ही आसनसोल इंजीनियरिंग कॉलेज, काजी नज़रुल यूनिवर्सिटी, आसनसोल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड कार्यालय, काली पहाड़ी डंपिंग यार्ड सहित आठ सेंशन लगे मशीन है जो वायु गुणवत्ता की नियमित रूप से निगरानी करते है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है