कोलकाता. कलकत्ता हाइकोर्ट में एक सामुदायिक हाॅल का किराया कुछ घंटों के लिए 60 हजार रुपये सुनकर न्यायाधीश हैरान रह गये. इसके बाद उन्होंने टिप्पणी की कि इस गोरखधंधे को देखकर लग रहा है कि इसकी विजिलेंस जांच करायी जाये. शुक्रवार को भाजपा के रक्तदान शिविर के आयोजन को लेकर कथित तौर पर राज्य सरकार और पुलिस की ओर से दी जा रही बाध के खिलाफ मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश कौशिक चंद ने कहा कि अगर सड़क के किनारे रक्तदान शिविर का आयोजन करने नहीं दिया जा रहा है, तो विकल्प के तौर पर किसी सामुदायिक केंद्र में इसका इंतजाम किया जाये. भाजपा टालीगंज मंडल तीन की ओर से बांसद्रोणी अग्रदूत क्लब के सामने 14 जुलाई को रक्तदान शिविर आयोजित करने की बात थी. लेकिन पुलिस उसकी अनुमति नहीं दे रही है. मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश को राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि जहां पर यह शिविर होनेवाला है, वह जगह काफी संकरी है. वहां से बड़ी संख्या में गाडियों का आवागमन होता है. इससे यातायात की समस्या होगी. वहां से पैदल भी काफी लोग गुजरते हैं, इसलिए वहां शिविर लगाने से काफी समस्या होगी. इस पर न्यायाधीश ने सुझाव दिया कि विकल्प के तौर पर सामुदायिक केंद्र में इसका आयोजन क्यों नहीं करते? इस पर भाजपा के अधिवक्ता ने कहा कि सभी कम्यूनिटी हाॅल तृणमूल कांग्रेस के लोगों के कब्जे में है. वे लोग इसकी मंजूरी नहीं देंगे. इस पर राज्य सरकार के अधिवक्ता ने कहा कि अभिनंदन कम्यूनिटी हाॅल है, जिसका किराया 60 हजार रुपये है. अगर वह दिया जाता है, तो रक्तदान शिविर की अनुमति दी जा सकती है. किराया सुनकर न्यायाधीश हतप्रभ रह गये और कहा कि हालत तो यह है कि इस पर विजिलेंस जांच का आदेश दिया जा सकता है.
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