जामुड़िया.
औद्योगिक क्षेत्र जामुड़िया के दामोदरपुर के आदिवासी व पूर्वपाड़ा के स्थानीय आदिवासी समुदाय और स्थानीय लोगों ने इलाके के स्पंज आयरन कारखाने से निकलने वाले प्रदूषण का विरोध किया. बुधवार को यहां के फुटबॉल मैदान में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर स्थानीय निवासी बापी नोनिया ने कहा कि आसपास के स्पंज आयरन कारखाने से निकलने वाले प्रदूषण की वजह से यहां के लोगों का जीना दूभर हो गया है. कारखाने की धूल और काले धुएं के कारण आसपास के गांव के लोगों के लिए यहां पर रहना बेहद मुश्किल होता जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए स्थानीय कारखाना प्रबंधन की तरफ से कोई ठोस और निर्णायक कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिस वजह से समस्या और बढ़ रही है. बापी नोनिया का कहना है कि कारखाने से निकलने वाले प्रदूषण की वजह से इलाके के लोगों को चर्म रोग हो रहा है. इसके लिए उन्होंने कारखाना प्रबंधन को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों को मजबूरन प्रदूषित पानी पीना पड़ रहा है जिससे लोगों को तमाम तरह की बीमारी हो रही है.उन्होंने कहा कि इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी इलाके के लोगों की समस्या को दूर करने के लिए कहीं से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. अगर स्थानीय लोगों में से कोई कभी आवाज भी उठाता है तो कारखाना प्रबंधन उसे झूठे मामले में फंसा देता है. उन्होंने साफ कहा कि अगर कारखाना प्रबंधन के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गयी तो आने वाले समय में यहां के लोग बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि प्रदूषण की समस्या को लेकर जिलाशासक के अलावा तमाम उच्चाधिकारियों को पत्र दिया गया है. लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं किया गया है. इस मौके पर यहां दयामय साहा, सुकुमार हांसदा, गौतम हेमब्रम, आनंद कोड़ा, मोहन सोरेन, विजय हांसदा आदि उपस्थित थे.
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