नौ माह बाद बंगाल में पुनः ज्वेलरी शोरूम में लुटेरों ने डाला डाका, करोड़ों के जेवरात लूटे
रानाघाट में समय पर पुलिस पहुंच गयी और चार बदमाश पकड़े गये थे. उस कांड के बाद बंगाल में सोना लूटने वाले गिरोह का पहला डाका रानीगंज में पड़ा है.
आसनसोल/रानीगंज. पश्चिम बंगाल में नौ माह बाद लुटेरों ने रविवार को रानीगंज शहर में स्थित सेनको गोल्ड एंड डायमंड शोरूम में डाका डाला. 29 अगस्त 2023 को पुरुलिया और रानाघाट में एक ही दिन दोनों जगहों पर गोल्ड व डायमंड के शोरूम में डाका पड़ा था. रानाघाट में समय पर पुलिस पहुंच गयी और चार बदमाश पकड़े गये थे. उस कांड के बाद बंगाल में सोना लूटने वाले गिरोह का पहला डाका रानीगंज में पड़ा है. पुलिस आयुक्त ने बताया कि क्या-क्या आभूषण लूटा गया है और वह कितने रुपये का है? इसकी सूची शोरूम प्रबंधन की ओर से नहीं बतायी गयी है. शोरूम प्रबंधन लूट हुए सामानों की सूची तैयार कर रहा है, शिकायत दर्ज होते ही इसकी जानकारी मिल जायेगी. सूत्रों के अनुसार यह लूट करोड़ो में हो सकती है. स्थानीय सपोर्ट की पुलिस कर रही है तलाश ः शोरूम सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार शनिवार को नया स्टॉक शोरूम में आया था और रविवार को जिस समय अपराधियों ने डाका डाला, उसी समय लॉकर से सारे गहने निकाल कर शोकेस में सजाये जा रहे थे. जिसके कारण तीन मिनट के अंदर ही वे लोग कांड को अंजाम देकर निकल गये. इस सूचना को पूरी बारीकी से पुलिस जांच कर रही है. अपराधियों के पास इस शोरूम की पूरी सूचना थी. पहले से रेकी की गयी थी. गोली लगने के बाद भी अपने साथी को लेकर एक बाइक में तीन बदमाश भागे और आसनसोल पहुंचकर कार लूटी और झारखंड निकल गये. स्पष्ट है कि इसके लिए हर संभावित रुट को खंगाला गया था. स्थानीय कोई इनके साथ है जो इस कार्य में इनके साथ बराबर का सहयोगी रहा है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है. आगामी कुछ दिनों के अंदर ही पूरा खुलासा हो जायेगा. कांड को जिस तरह अंजाम दिया गया, यह पैटर्न है सुबोध सिंह गैंग का: गोल्ड व डायमंड शोरूम, गोल्ड के बदले लोन देनेवाले संस्थानों में लूट कांड को अंजाम देने में देश में नंबर वन गैंग सुबोध सिंह का है. जो फिलहाल बिहार के बेऊर जेल में हैं. देश के दर्जनों थानों में उसके नाम पर लूट का मामले दर्ज हैं. आसनसोल मुथूट फाइनांस में लूट कांड में भी वह आरोपी है. कांड को अंजाम देने में उसके गैंग का जो पैटर्न है, वही पैटर्न रानीगंज में भी देखा गया. इसलिए संदेह सुबोध सिंह गैंग पर ही है. वह जेल में बैठकर ही किसी भी शहर में कांड को अंजाम दे सकता है. इस बात का खुलासा अनेकों बार पुलिस कर चुकी है. जेल में ही वह प्लान तैयार करता है और उसे उसके शागिर्द उसे अमल में लाते हैं. रानीगंज कांड में भी कारबाइन सहित जिस तरह के हथियारों का उपयोग हुआ है वह सुबोध सिंह गैंग की तरफ ही इशारा कर रहा है.
एक ही बाइक पर लगी सात गोली, कार में भी लगी गोली ः शोरूम लूटने के बाद जैसे ही अपराधी बाहर निकले पुलिस अधिकारी मेघनाथ मंडल ने फायरिंग कर दी. इस दौरान दोनों ओर से लगातार गोलियां चलीं. श्री मंडल एक बिजली के खंभे के पीछे से फायरिंग कर रहे थे और अपराधी एक कार को अपना ढाल बनाये थे. दोनों ओर से 25 राउंड से अधिक गोलियां चलीं. एक बाइक की टंकी में ही सात गोलियों के लगने के निशान मिले. कार में भी कई गोलियां लगीं.गिरिडीह में पुलिस ने कैसे घेरा अपराधियों को
रानीगंज में डाका और आसनसोल में एक व्यक्ति को गोली मारकर भाग रहे अपराधियों में से एक को गिरिडीह में पकड़ लिया गया. लगभग डेढ़ घंटे तक फिल्मी स्टाइल में पुलिस और अपराधियों के बीच दौड़भाग का खेल चलता रहा और फिर सरिया क्षेत्र में जाकर अपराधी पुलिस से घिर गये. इसी क्रम में पुलिस ने खदेड़कर एक अपराधी को धर दबोचा. हालांकि इस भागमभाग उसके साथी भागने में सफल रहे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरिडीह के एसपी को सूचना मिली कि रानीगंज (बंगाल) ज्वेलरी शो रूम में डाका डालने के बाद अपराधियों ने एक कार चालक को गोली मारी और कार छीनकर जीटी रोड का इस्तेमाल करते हुए झारखंड की ओर भाग निकले. जैसे ही अपराधियों ने गिरिडीह की सीमा में प्रवेश किया, गिरिडीह पुलिस के जवान जीटी रोड पर उतर गये. रांची की बैठक में भाग लेने जा रहे एसपी भी जीटी रोड पर ही रुक गये और डुमरी व बगोदर के एसडीपीओ को भी सतर्क कर दिया. काफी देर तक जीटी रोड पर पुलिस अपराधियों का पीछा करती रही.भागने के क्रम में अपराधी जीटी रोड पर स्थित कुलगो चेकनाका को तोड़ते हुए बगोदर की ओर भाग निकले. इस बीच अपराधियों का पीछा कर रहे एसपी और एसडीपीओ ने पूरे इलाके में नाकेबंदी करा दी. साथ ही बगोदर के आगे गोरहर थाने को भी सतर्क कर दिया. इस क्रम में पुलिस ने अटका के पास ट्रक लगवाकर रोड को जाम किया था. लेकिन अपराधी ने दाहिने ओर का रोड का इस्तेमाल कर आगे भाग निकले. फिर भी पुलिस पीछा करती रही. इस क्रम में तिलरा मोड़ के पास अपराधी ने कार में लगी जीपीएस को तोड़ दिया और कोयरीडीह की ओर भाग निकले.इधर एसपी दीपक कुमार शर्मा के निर्देश पर सरिया थाने की पुलिस ने कोयरीडीह के पास नाकेबंदी कर दी थी. इस नाकेबंदी को देखकर अपराधी सड़क छोड़कर जंगल के संकरे पथ की ओर भागे. लेकिन सरिया थाने की पुलिस भी पीछा करती रही. अपने आपको घिरा हुआ महसूस कर कार को अपराधियों ने रोका और उतर कर भागने लगे. इसी क्रम में पुलिस का एक जवान, बिहार गोपालगंज के सूरज कुमार सिंह को अपराधी को दबोचने में सफल रहे.पुलिस ने अपराधी को दबोचने के बाद कार को जब्त कर लिया. कार की तलाशी ली गयी. कार से पुलिस ने पांच-छह जिंदा कारतूस बरामद किये हैं. कार में लगा हुआ नंबर प्लेट भी फर्जी बताया जा रहा है. बताया जाता है कि कार छीनने के बाद अपराधियों ने नंबर प्लेट बदल दिया था. लेकिन कार में जीपीएस सुविधा रहने के कारण पुलिस को पीछा करने में काफी सहूलियत हुई. एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में डाका डालकर भाग रहे एक अपराधी को पुलिस ने दबोच लिया है. एक क्रेटा कार जब्त की गयी है और क्रेटा कार से कुछ कारतूस भी बरामद किये गये हैं. उन्होंने बताया कि भागने के क्रम में दो अपराधी चकमा देकर कार से उतर गये थे. इन अपराधियों की धर-पकड़ के लिए भी पुलिस लगातार छापामारी अभियान चला रही है. बंगाल की पुलिस भी सरिया पहुंच गयी है.
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