गारुई में डूबने से मरा था रोहित चार पर थाने में हत्या का मामला
नदी में डूब कर मरे युवक के पिता ने पुलिस से की शिकायत
आसनसोल. दो अगस्त को इलाके में भीषण बारिश के दौरान गारुई नदी में डूबने से मारे गये आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के डिपूपाड़ा, दुर्गामंदिर इलाके के निवासी रोहित राय (29) के पिता नंदकिशोर राय की शिकायत पर थाने में उनके बेटे की हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस से शिकायत में नंदकिशोर ने डिपूपाड़ा इलाके के ही चार लोगों रामा, मुंडा, राजू व मनसा को नामजद आरोपी बताया है. उनकी शिकायत के आधार पर आसनसोल नॉर्थ थाने में केस नंबर 376/24 में बीएनएस की धारा 103 और 61 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मामले की पड़ताल में पुलिस लग गयी है. शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही मौत के कारण का खुलासा हो पायेगा. उसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
गौरतलब है कि एक अगस्त की शाम इलाके में भीषण बारिश शुरू हुई. दो अगस्त शाम तक आसनसोल में भारी बारिश से पूरे इलाके में तबाही मच गयी. मूसलाधार बारिश के कारण आसनसोल में कुल तीन लोगों की मौत हो गयी थी. इसमें आसनसोल दक्षिण थाना क्षेत्र के राहा लेन इलाके के निवासी व इसीएल कर्मचारी गौरांग राय (39) कालीपहाड़ी निमचा मुख्य मार्ग पर रेलवे के एक अंडरपास में बाइक समेत पानी में फंस गये, जहां उनकी मौत हो गयी. दूसरे दिन उनका शव बरामद हुआ. आसनसोल नॉर्थ थाना क्षेत्र के सुगम पार्क इलाके के निवासी व भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड के कर्मचारी चंचल विश्वास (59) की मौत हुई. वे अपनी कार लेकर गारुई नदी पर कल्याणपुर हाऊसिंग में बना पुल पार करने के दौरान कार के साथ बह गये थे. दूसरे दिन उनका शव बरामद हुआ. रोहित राय की मौत गारुई नदी में डूबने से हुई थी. स्थानीय सूत्रों के अनुसार एक पाइप पर खड़ा होकर सेल्फी लेने के दौरान उनका पैर फिसल गया और वे गारुई नदी में गिर गये. दूसरे दिन उनका शव बरामद हुआ था. उनके पिता का आरोप है सोची समझी साजिश के तहत रोहित की हत्या हुई है.नंदकिशोर को क्यों लगा कि बेटे को जान से मारा गया
डिपूपाड़ा इलाके के निवासी नंद किशोर राय ने अपने बेटे रोहित की मौत की घटना के पांच दिनों बाद आसनसोल नॉर्थ थाना में हत्या की शिकायत की. इस पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. पुलिस को बताया कि उनके इलाके के ही चार लोग रामा, मुंडा, राजू व मनसा नामजद आरोपी हैं. घटना के दिन उनके छोटे बेटे रोहित को ये चारों लोग ही लगातार फोन कर रहे थे. उनके बेटे ने उन्हें बताया कि उन चारों की गतिविधियों पर कुछ संदेह है. वे चारों रोहित को बुरी नीयत से किसी सुनसान जगह पर ले जाने की साजिश कर रहे थे. जब राहुल को फोन आ रहा था, तो पिता ने बेटे को उनके फोन कॉल रिसीव नहीं करने को भी कहा था. फिर चारों आरोपियों ने किसी तरह रोहित को मना लिया और जब वे घर पर आये, तो वह उनके साथ बाहर चला गया. नंदकिशोर के मुताबिक उनका पुत्र जाना नहीं चाहता था, लेकिन उनके लगातार आग्रह के आगे झुक गया और शाम 5:00 बजे चारों के साथ घर से बाहर निकल गया. रात 7:00 बजे गारुई नदी में उसके डूबने की सूचना मिली. जब उक्त चारों दोस्तों को कॉल किया गया, तो उन लोगों ने जवाब नहीं दिया. घटना के बाद नंदकिशोर को यह भी पता चला कि चारों अपने-अपने घर छोड़ कर भाग गये हैं. अगले दिन सुबह 7:00 बजे आपदा प्रबंधन की टीम ने कल्ला इलाके में एक शव बरामद किया. उसकी पहचान रोहित के रूप में की गयी. नंदकिशोर ने शिकायत में इस बात का उल्लेख किया है कि जब उन्होंने अपने बेटे के शव को देखा, तो उसके माथे पर चोट के निशान थे. पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का खुलासा होगा. प्राथमिकी के आधार पर पुलिस तफ्तीश में लग गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है