Bengal SSC Scam: अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट से 29 करोड़ रुपये बरामद, 10 ट्रंक में पैसे भरकर निकली ED

उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से ईडी ने 29 करोड़ रुपये बरामद किया. जिसकी मालकिन मुखर्जी हैं. गुरुवार की सुबह ईडी ने 29 करोड़ रुपये की नकदी के साथ 10 ट्रंक भरने के बाद वहां से निकले.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2022 8:45 AM
an image

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट से भारी मात्रा में नकदी मिली. ईडी ने बेलघरिया स्थित मुखर्जी के आवास से लगभग 29 करोड़ रुपये बरामद किया है. गुरुवार की सुबह ईडी ने 29 करोड़ रुपये की नकदी के साथ 10 ट्रंक भरने के बाद वहां से निकले. अर्पिता मुखर्जी के आवास से अब तक कुल 40 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं.


ताला तोड़कर अर्पिता के दो फ्लैट पर छापा

अधिकारी ने बताया कि इस बार उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है जिसकी मालकिन मुखर्जी हैं. अधिकारी ने कहा कि बेलघरिया के रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैट को ताला तोड़कर खोला गया क्योंकि उनकी चाबी नहीं मिली. अधिकारी ने बताया, हमें हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो में से एक फ्लैट में बड़ी मात्रा में नकदी मिली है. हमने रुपयों की गिनती के लिए तीन मशीनें मंगवाई हैं, ताकि पता चले कि वास्तव में कितनी राशि है.

छापेमारी के दौरान अहम दस्तावेज बरामद

उन्होंने बताया कि फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं. मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान ईडी को कोलकाता के आसपास की अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी. अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह से ही इन संपत्तियों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. मुखर्जी को राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी माना जाता है, जिन्हें एजेंसी ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है. मंत्री और मुखर्जी से पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुखर्जी जांच में सहयोग कर रही हैं, लेकिन मंत्री का रवैया असहयोगात्मक है.

Also Read: West Bengal SSC Scam: पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के बाद अब TMC विधायक पर शिकंजा, ED ने किया तलब
शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में जुटी ईडी

गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की अनुशंसा पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ग और घ वर्ग के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितता की जांच कर रही है. वहीं, ईडी घोटाले में धनशोधन के कोण से जांच कर रहा है. उल्लेखनीय है कि जब यह कथित घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षामंत्री थे.

(इनपुट- भाषा के साथ)

Exit mobile version