पश्चिम बंगाल : साकेत गोखले का दावा, बंगाल से भाजपा के तीन सांसद तृणमूल के संपर्क में
पश्चिम बंगाल : राज्यसभा सदस्य गोखले ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘अभी, लोकसभा में भाजपा का संख्या बल 240 और भगवा दल विरोधी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का 237 है. पश्चिम बंगाल में भाजपा के तीन सांसद हमारे संपर्क में हैं और जल्द ही एक सुखद आश्चर्य होगा. उसके बाद, भाजपा का संख्या बल घटकर 237 रह जायेगा.’
पश्चिम बंगाल : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद साकेत गोखले (Saket Gokhale) ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसद उनकी पार्टी के संपर्क में हैं और लोकसभा में भाजपा का संख्या बल जल्द ही घटकर 237 रह जायेगा. इस टिप्पणी की प्रदेश भाजपा इकाई की कड़ी प्रतिक्रिया आयी, जिसने दावे को ‘‘बेबुनियाद’’ करार दिया और जोर देते हुए कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई एकजुट है. लोकसभा चुनाव में, तृणमूल ने पश्चिम बंगाल की 42 सीट में से 29 पर जीत दर्ज की है. वहीं, राज्य में भाजपा की सीट संख्या 2019 के 18 से घटकर 12 हो गयी.
बंगाल में भाजपा के तीन सांसद तृणमूल के संपर्क में
राज्यसभा सदस्य गोखले ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘अभी, लोकसभा में भाजपा का संख्या बल 240 और भगवा दल विरोधी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का 237 है. पश्चिम बंगाल में भाजपा के तीन सांसद हमारे संपर्क में हैं और जल्द ही एक सुखद आश्चर्य होगा. उसके बाद, भाजपा का संख्या बल घटकर 237 रह जायेगा.’’ उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी का अस्थिर गठबंधन एक अस्थायी संरचना है, जो ज्यादा दिन तक नहीं टिकने वाला है. हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा 240 सीट पर जीत दर्ज करने के साथ बहुमत के आंकड़े से चूक गयी, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 293 सीट के साथ बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया.
बंगाल से भाजपा का कोई सांसद तृणमूल के संपर्क में नहीं : समिक भट्टाचार्य
कांग्रेस ने 99 सीट पर जीत दर्ज की, जबकि ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन ने 234 सीट हासिल की. चुनाव के बाद, दो विजेता निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का वादा किया, जिससे ‘I.N.D.I.A’ का संख्या बल बढ़कर 236 हो गया है. गोखले के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल दिन में सपने देख रही है. उन्होंने कहा कि ‘‘वर्ष 2014 से ही तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण ताकत बनने का दिन में सपने देखते रही है, लेकिन एक बार नहीं, बल्कि तीन बार उसकी उम्मीदें टूट गयीं. भाजपा और राजग एकजुट है. बंगाल से भाजपा का कोई सांसद तृणमूल के संपर्क में नहीं है.’