संदेशखाली : गिरफ्तार भाजपा कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल विधायक सुकुमार महतो के सामने तृणमूल नेता और कार्यकर्ता को बुरी तरह से लाठी-डंडे से पीटने के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
संवाददाता, बशीरहाट
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में तृणमूल विधायक सुकुमार महतो के सामने तृणमूल नेता और कार्यकर्ता को बुरी तरह से लाठी-डंडे से पीटने के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें उत्पल माइति, सुप्रकाश मंडल और गीता बर समेत चार भाजपाकर्मी हैं. पुलिस के मुताबिक, दिलीप मल्लिक की शिकायत पर रविवार रात तलाशी अभियान चलाकर पुलिस ने सभी को दबोचा. गिरफ्तार लोगों को सोमवार को बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया. अदालत में पेशी के दौरान रास्ते में गीता बर ने मीडिया को बताया कि यह तृणमूल की साजिश है, बल्कि पुलिस ने उन पर और अन्य महिलाओं पर भी हाथ उठाया है.
इधर, रविवार रात गीता बर की गिरफ्तारी के बाद सोमवार दोपहर से ही भाजपा कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने उनकी रिहाई की मांग कर संदेशखाली के बेड़मजूर के काठपोल बाजार इलाके में टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया. महिला भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बेड़मजूर की गीता बर को भाजपाकर्मी होने के कारण जानबूझ कर झूठे मामले में गिरफ्तार किया गया है. गाजीखाली रोड पर विरोध प्रदर्शन की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को हटाने की कोशिश की. नहीं हटने पर कथित तौर पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. आरोप है कि महिलाओं के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. कई महिलाओं को पुलिस पकड़ कर ले गयी है. इलाके में तनाव व प्रदर्शन उग्र देख रैफ उतारी गयी. पुलिस ने महिलाओं से दुर्व्यवहार का आरोप खारिज किया है. देर शाम तक इलाके में तनाव की स्थिति थी. महिलाओं का आरोप है कि सोमवार शाम से ही इलाके में लोगों के घरों में पुलिस तांडव चला रही है. मालूम रहे कि रविवार को भी संदेशखाली में गिरफ्तार भाजपाकर्मी धर्मेंद्र सरदार की रिहाई की मांग कर प्रदर्शन हुआ. फिर संदेशखाली के तृणमूल विधायक सुकुमार महतो के सामने ही भाजपा समर्थित महिलाओं ने तृणमूल नेता व कार्यकर्ता को बुरी तरह से पीट िदया था.
बंगाल में कानून का शासन नहीं : अमित मालवीय
भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि संदेशखाली की महिलाओं ने खुद की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर दिलीप मल्लिक का विरोध किया, जिस कारण भाजपा कर्मियों के घरों पर तांडव मचाया गया. उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून का शासन नहीं है.
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