पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में अजीत माइति के बाद इस बार संदेशखाली (Sandeshkhali) में तृणमूल पंचायत सदस्य शंकर सरदार को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. प्रदर्शनकारी महिलाओं के एक समूह ने सोमवार को सत्तारूढ़ नेता के घर में तोड़फोड़ की. उनकी शिकायत है कि शंकर ने जॉब कार्ड का पैसा हड़प लिया है, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया है. उसने कई महिलओं के पतियों को जान से मारने की धमकी भी दी. हालांकि, शंकर सरदार की बेटी ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने मीडिया को बताया कि जब प्रदर्शनकारी महिलाएं घर आईं और शंकर को खोजा तो उसने बताया कि पिता घर पर नहीं हैं. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने घर में तोड़फोड़ की.
भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची
खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी बहस करने लगे. पुलिस ने बार-बार चेतावनी दी है कि कानून को अपने हाथ में नहीं लिया जा सकता है. लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शंकर सरदार को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. शंकर अजीत माइति के साथ मिलकर उन पर अत्याचार करता था.
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अजीत माइति से पुलिस ने रात भर की पूछ-ताछ
पुलिस के मुताबिक, जमीन पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं के यौन शोषण के आरोप में अजीत माइति से रात भर पूछ-ताछ की गई और सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारी ने कहा, ‘‘यह आरोप लगाया गया है कि माइति ने शाहजहां के प्रभाव में आकर संदेशखाली के बरमादजुर इलाके में कई भूखंड पर कब्जा किया था. उन्होंने कहा कि उन पर लोगों को धमकाने का आरोप है.पुलिस ने स्थानीय तृणमूल नेताओं शिवप्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार को कथित रूप से जमीन हड़पने और महिलाओं पर अत्याचार के मामले में पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें शाहजहां का निकट सहयोगी माना जाता है. गौरतलब है कि संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.