पश्चिम बंगाल : विधानसभा की बढ़ायी जाएगी सुरक्षा, लगाये जायेंगे 22 अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे
पश्चिम बंगाल : विधानसभा में बिजली गुल हो जाती है, तो 30 मिनट के बैकअप की भी व्यवस्था रखी जा रही है, ताकि सीसीटीवी या मॉनिटर काम करना बंद न करे. पूरे अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सारंजम को खरीदने में करीब 21 लाख रुपए की लागत आयेगी.
पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल विधानसभा (Assembly) की सुरक्षा और ज्यादा कड़ी करने के लिए कोलकाता पुलिस की तरफ से अतिरिक्त अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने का फैसला किया गया है. लालबाजार के सूत्रों ने बताया कि विधानसभा के विभिन्न जगहों पर कुल 22 आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.अधिकारियों ने बताया कि, पिछले साल दिसंबर महीने में संसद पर ”स्मोक ग्रेनेड” हमले के बाद से विधानसभा में सुरक्षा कड़ी करने का फैसला किया गया था. आगंतुकों के नाम पर अनाधिकृत व्यक्तियों को विधानसभा में प्रवेश करने से रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया गया है. लालबाजार पुलिस अधिकारियों ने निगरानी बढ़ाने के लिए विधानसभा में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है.
अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की संख्या में भी की गयी बढ़ोतरी
लालबाजर सूत्रों के मुताबिक विधानसभा में मुख्य रूप से उन स्थानों का सर्वेक्षण किया गया है, जहां से बाहरी लोग प्रवेश कर सकते हैं. इसके अलावा ऐसी व्यवस्था की गई है कि अगर कोई बाहर से चोरी-छिपे भी भीतर आना चाहेगा तो पुलिस की निगरानी में आ जाएगा. लालबाजार सूत्रों के अनुसार 22 आधुनिक चार एमपी बुलेट कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया है. इस कैमरे की तस्वीर बिल्कुल साफ कैद होती है. कैमरे के साथ-साथ अन्य कई अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकृत भी खरीदे जा रहे हैं, जिसमें एक बुलेट कैमरा ”कैमरा आर्म” शामिल है.
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कुल अत्याधुनिक उपकरण खरीदने में खर्च होंगे करीब 21 लाख रुपये
बेहतर मॉनिटरिंग के लिए 32 इंच के दो मॉनिटर खरीदे जा रहे हैं. अगर किसी कारण से विधानसभा में बिजली गुल हो जाती है, तो 30 मिनट के बैकअप की भी व्यवस्था रखी जा रही है, ताकि सीसीटीवी या मॉनिटर काम करना बंद न करे. पूरे अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सारंजम को खरीदने में करीब 21 लाख रुपए की लागत आयेगी. पुलिस के मुताबिक, विधानसभा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों के अलावा सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाने का फ़ैसला भी लिया गया है.
गाड़ियों पर स्टीकर लगाना अनिवार्य
पिछले दिसंबर में फैसले के बाद से विधानसभा में आनेवालों पर प्रतिबंध भी सख्त कर दिया गया है. यहां तक कि विधानसभा सदस्यों और विधायकों को भी प्रवेश के लिए अपनी गाड़ियों पर स्टीकर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. कुछ स्थानों पर कैमरे लगाने की प्रभावशीलता पर पहले ही एक अध्ययन हो चुका है. जल्द यहां कमरे को लगाने का काम शुरू होगा.