नीट प्रकरण पर एसएफआइ का प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा के नतीजों और इसके पर्चे लीक होने के खिलाफ पूर्व बर्दवान के बर्दवान शहर में कर्जन गेट के पास माकपा की छात्र इकाई एसएफआइ ने विरोध जुलूस निकाला. एसएफआइ के छात्र-छात्राओं ने नीट-यूजी के इस बार के नतीजों और इसे लेकर परीक्षा आयोजित करानेवाली एनटीए के रवैये के खिलाफ नाराजगी जतायी.
बर्दवान/पानागढ़.
नीट-यूजी परीक्षा के नतीजों और इसके पर्चे लीक होने के खिलाफ पूर्व बर्दवान के बर्दवान शहर में कर्जन गेट के पास माकपा की छात्र इकाई एसएफआइ ने विरोध जुलूस निकाला. एसएफआइ के छात्र-छात्राओं ने नीट-यूजी के इस बार के नतीजों और इसे लेकर परीक्षा आयोजित करानेवाली एनटीए के रवैये के खिलाफ नाराजगी जतायी. मालूम रहे कि इस बार की नीट-यूजी परीक्षा देनेवाले 67 अभ्यर्थियों को पूर्णांक यानी कुल 720 अंक मिले हैं और इनमें कई अभ्यर्थी तो ऐसे हैं, जो एक ही परीक्षा-केंद्र पर बैठे थे. हालांकि सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद एनटीए ने दिये गये ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिये हैं. पर देश में हंगामा नहीं थम रहा है. देशभर में मेडिकल, बीडीएस या वेट की पढ़ाई सरकारी मेडिकल कॉलेज से करने के इच्छुक लाखों अभ्यर्थियों में असंतोष है. वे लोग चाहते हैं कि इस बार हुई नीट-यूजी की परीक्षा रद्द कर दी जाये. देश की राजधानी दिल्ली व कई अन्य प्रांतों में मेडिकल की पढ़ाई करने के ख्वाहिशमंद लाखों विद्यार्थी सड़क पर उतर कर प्रतिवाद जता रहे हैं. माकपा की छात्र इकाई के जिला नेता अनिर्वाण रायचौधरी ने आरोप लगाया कि नीट परीक्षा में धांधली की गयी है, जिससे असल मेधावी विद्यार्थियों की जीतोड़ मेहतन व भविष्य से खिलवाड़ किया गया है. थर्ड पार्टी के जरिये नीट-यूजी की परीक्षा कराना कहां तक उचित है. एसएफआइ की मांग है कि नीट प्रकरण में एचआरडी मंत्रालय को उपयुक्त कदम उठाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है