आसनसोल.
आसनसोल सीट से पहली बार भाजपा के टिकट चुनाव लड़ रहे छह बार के सांसद और केंद्र में मंत्री रहे बिहार में बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के निवासी सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया और उनकी पत्नी पास अपना कोई मकान नहीं है. गुड़गांव में हुडा से वर्ष 2002 में लिया गया एक गैर कृषि भूमि का 4520.84 वर्ग फीट की जमीन के टुकड़ा का अलावा दूसरा किसी प्रकार का कोई जमीन उनके या उनकी पत्नी के पास नहीं है. पति-पत्नी दोनों ही करोड़पति है. मंगकवार को श्री अहलूवालिया ने अपना नामांकन दाखिल किया, जिसके हलफनामें में उन्होंने इस बात का जिक्र किया. उनके पास 1,37,05,463 रुपये की चल संपत्ति और 87,55,460 रुपये की अचल संपत्ति है. उनकी पत्नी के पास 1,23,12,884 रुपये की चल संपत्ति है, अचल संपत्ति कुछ भी नहीं है. श्री अहलूवालिया ने मंगलवार को बिना किसी तामझाम के अपनी, दो बेटा रमनजीत सिंह अहलुवलिया, रौनक सिंह अहलूवालिया, एक पुत्रबधू और पार्टी कुछ नेताओं जिलाध्यक्ष बाप्पा चटर्जी, उपाध्यक्ष प्रशांत चक्रवर्ती, कुल्टी में विधायक डॉ. अजय पोद्दार, आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी आदि को लेकर नामांकन जमा करने पहुंचे. सभी को उम्मीद थी कि भाजपा नामांकन के दौरान अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. श्री अहलूवालिया ने एक सेट ही नामांकन जमा दिया. जिसमें प्रस्तावक के रूप में जिलाध्यक्ष श्री चटर्जी ने हस्ताक्षर किया. इस बीच, अहलूवालिया ने जेके नगर इलाके के तापस राय को अपना इलेक्शन एजेंट बनाया है.
निर्जला रह कर एसएस अहलूवालिया ने जमा किया नामांकन-पत्र
मंगलवार को महाबीर जयंती के दिन तीन प्रमुख पार्टी भाजपा, माकपा और तृणमूल के उम्मीदवारों ने आसनसोल सीट पर अपना नामांकन जमा दिया. तीनों उम्मीदवारों को जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग समय दिया गया था कि कोई टकराव न हो. तृणमूल को सुबह 11 बजे, भाजपा को दोपहर 12 बजे और माकपा को दोपहर एक बजे का समय मिला था. भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रशांत चक्रवर्ती ने बताया कि उम्मीदवार श्री अहलूवालिया और उनकी पत्नी श्रीमती अहलूवालिया नामांकन जमा नहीं होने तक निर्जला उपवास रखा था. नामांकन जमा होने के बाद घर जाकर जल ग्रहण किया.
बर्दवान-दुर्गापुर का सांसद बनने के बाद अहलूवालिया की आय में भी हुई तेज वृद्धि
एसएस अहलूवालिया छह बार सांसद रहे चुके हैं. जिसमें चार बार राज्य सभा और दो बार लोकसभा में रहे हैं. केंद्र में मंत्री की भी जिम्मेदारी वे संभाल चुके हैं. लेकिन उनका बैंक बैलेंस एकदम सामान्य है. बर्दवान दुर्गापुर का सांसद बनने के बाद उनकी आय में तेजी से वृद्धि हुई. श्री अहलूवालिया ने वर्ष 2019 में दाखिल अपने हलफनामें में वर्ष 2016-17 में 7,94,350 रुपये, वर्ष 2017-18 में 7,67,840 रुपये दिखाया है. इसबार दाखिल हलफनामें में उन्होंने बताया है कि आर्थिक वर्ष 2018-19 में 14,31,441 रुपये, वर्ष 2019-20 में 19,25,460 रुपये, वर्ष 2020-21 में 17,93,520 रुपये, वर्ष 2022-23 में 32,57,210 रुपये का आयकर रिटर्न जमा दिया है. उनकी पत्नी भी आय करती है, वर्ष 2022-23 में 12,22,110 रुपये का आयकर रिटर्न जमा दिया है. श्री अहलूवालिया पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.