Mamata Banerjee : ममता बनर्जी के राजनीतिक जीवन को दर्शाने के लिए शहीद दिवस पर लगाये गये साइनेज
Mamata Banerjee : ममता बनर्जी धर्मतला और हाजरा में भी आंदोलन कर चुकी हैं. हाजरा में उनके सिर पर वार किया गया था. धर्मतला में वह 26 दिन अनशन पर थीं. इन्हें कैसे भुलाया जा सकता है. इन यादों को ताजा रखने के लिए निगम द्वारा हाजरा व धर्मतला में साइनेज लगाये गये हैं.
Mamata Banerjee : तृणमूल कांग्रेस के शहीद दिवस यानी 21 जुलाई की सभा से पहले हाजरा और धर्मतला में कोलकाता नगर निगम द्वारा साइनेज लगाये गये हैं, जिन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक जीवन के संघर्षों को दर्शाया गया है. विपक्ष निगम के कार्यों की आलोचना कर रहा है. कहा जा रहा है कि निगम कैसे किसी राजनीतिक पार्टी के लिए फलक या साइनेज लगा सकता है? इस संबंध में मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि 21 जुलाई के दिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने गोली चलायी थी, जिसमें 13 कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी. उनकी याद में तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाती है. उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह मुख्यमंत्री बनने से पहले ममता बनर्जी का राजनीतिक जीवन काफी संघर्षमय रहा है.
ममता बनर्जी धर्मतला और हाजरा में भी कर चुकी हैं आंदोलन
ममता बनर्जी धर्मतला और हाजरा में भी आंदोलन कर चुकी हैं. हाजरा में उनके सिर पर वार किया गया था. धर्मतला में वह 26 दिन अनशन पर थीं. इन्हें कैसे भुलाया जा सकता है. इन यादों को ताजा रखने के लिए निगम द्वारा हाजरा व धर्मतला में साइनेज लगाये गये हैं. उन्होंने कहा कि ये कोई राजनीतिक बैनर नहीं हैं. इस दौरान मेयर ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. श्री हकीम ने कहा कि गांधीजी एक नेता होने के साथ-साथ महान व्यक्ति भी थे, इसलिए नोटों पर उनकी तस्वीर है. पर नरेंद्र मोदी एक नेता के अलावा कुछ नहीं हैं. फिर भी उनकी तस्वीरें पेट्रोल पंपों पर क्यों दिखती हैं.