दार्जीलिंग में फिर हिंसा, सेना तैनात, जीजेएम का बंद आज
दार्जीलिंग (प.बंगाल) : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) समर्थकों की पुलिस के साथ भिड़ंत के बाद गुरुवार को अशांत दार्जीलिंग में सेना को तैनात करना पड़ा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को यहां कैबिनेट की बैठक कर रही थी, तभी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ को आग के हवाले कर दिया. […]
दार्जीलिंग (प.बंगाल) : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) समर्थकों की पुलिस के साथ भिड़ंत के बाद गुरुवार को अशांत दार्जीलिंग में सेना को तैनात करना पड़ा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को यहां कैबिनेट की बैठक कर रही थी, तभी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ को आग के हवाले कर दिया. इससे पहले पुलिस ने कैबिनेट बैठक की जगह जाने की कोशिश कर रहे जीजेएम समर्थकों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. वे पहाड़ के स्कूलों में बंगाली भाषा ‘थोपने’ का विरोध कर रहे थे. अभी पर्यटकों की भारी मौजूदगी वाला यह पहाड़ी शहर पिछले कुछ महीनों से शांत था.
ताजा हिंसा गुरुवार को अपराह्न उस वक्त भड़की, जब बिमल गुरंग के नेतृत्व वाली पार्टी ने गुरुवार को राजभवन तक विरोध मार्च का आह्वान किया. राजभवन में उस वक्त कैबिनेट की बैठक चल रही थी. जीजेएम समर्थकों ने पुलिस द्वारा खड़े किये गये बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और कुछ वाहनों में आग भी लगा दी. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गये. सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रदेश सरकार से अनुरोध मिला है. दार्जीलिंग में स्थित सेना की दो टुकड़ियों (प्रत्येक में 80 जवान) को भेजा गया है.” प्रदर्शनकारी ‘‘स्कूलों में बांग्ला भाषा लागू किये जाने का विरोध” समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
यह पहला मौका है, जब मुख्यमंत्री दार्जीलिंग में कैबिनेट बैठक कर रही हैं. बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार यहां नया सचिवालय बनायेगी. जीजेएम समर्थकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ धरना दिया और नारेबाजी की. कुछ जगहों पर मॉल समेत दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और सड़कों पर यातायात भी ठप हो गया, जिससे पर्यटकों को असुविधा हुई. जीजेएम ने तृणमूल कांग्रेस पर अपनी ‘‘फूट डालो राज करो की नीति” के तहत दार्जीलिंग की शांतिभंग करने की कोशिश का आरोप लगाया और शुक्रवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
जीजेएम महासचिव रोशन गिरि कहा, ‘‘टीएमसी व्यवस्थित तरीके से पुलिस और अपने गुंडों का इस्तेमाल कर पहाड़ों पर शांति भंग कर रही है. आज पुलिस ने बिना उकसावे के लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े”. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीजेएम के प्रदर्शन पर कहा, ‘‘उनके पास लोकतांत्रिक अधिकार है. उन्हें ऐसा करने दीजिये. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. विकास के लिए प्रतिस्पर्धा होने दीजिये.” ममता ने कहा कि बांग्ला भाषा को स्कूलों में अनिवार्य विषय नहीं बनाया गया है.
माकपा के प्रदेश सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा, ‘‘पहाड़ पर स्थिति चिंता का विषय है.” वहीं, विधानसभा में नेता विपक्ष अब्दुल मन्नान ने ममता बनर्जी पर झूठा वादा कर पहाड़ी लोगों से धोखा करने का आरोप लगाया.