जानकारों ने बताया कि पहाड़ और डुआर्स का पर्यटन कारोबार आपस में जुड़ा हुआ है. बहुत से पर्यटक पूरे उत्तर बंगाल का पैकेज बुक कराते हैं, जिसमें पहाड़ और डुआर्स दोनों शामिल होता है. अगर पहाड़ अशांत होता है, तो बुकिंग कैंसिल होने पर डुआर्स में भी पर्यटक घट सकते हैं. लेकिन अभी जो पर्यटक पहाड़ से उतर रहे हैं या एनजेपी पहुंच गये हैं, वे पहाड़ नहीं घूम पाने पर डुआर्स घूमना चाह रहे हैं. वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने फोन पर बताया कि पर्यटकों को कोई समस्या नहीं हो, इस पर वन विभाग की नजर है.
लाटागुड़ी रिसॉर्ट ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव दिव्येंदु देव ने बताया कि गुरुवार रात को ही बड़ी संख्या में पर्यटक लाटागुड़ी पहुंच गये हैं. हमलोग पर्यटकों को कोई समस्या नहीं होने देंगे. इस बात पर पूरी नजर रखी जायेगी कि किसी से कमरे और गाड़ी के लिए ज्यादा पैसा नहीं वसूला जाये.