जीएसटी का विरोध: कारोबारियों ने की एक दिन की हड़ताल, कपड़ा कारोबारियों का फूटा गुस्सा
सिलीगुड़ी: मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जीएसटी को आगामी एक जुलाई से पूरे देश में लागू करने के निर्णय को लेकर सिलीगुड़ी में कपड़ा कारोबारियों का गुस्सा फूट पड़ा है. गुरुवार को कपड़ा कारोबारियों ने दिनभर दुकान-प्रतिष्ठान बंद रखकर हड़ताल की. कारोबारी एकजुट होकर सड़क पर उतरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तल्ख तेवर दिखाते […]
सिलीगुड़ी: मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जीएसटी को आगामी एक जुलाई से पूरे देश में लागू करने के निर्णय को लेकर सिलीगुड़ी में कपड़ा कारोबारियों का गुस्सा फूट पड़ा है. गुरुवार को कपड़ा कारोबारियों ने दिनभर दुकान-प्रतिष्ठान बंद रखकर हड़ताल की. कारोबारी एकजुट होकर सड़क पर उतरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तल्ख तेवर दिखाते हुए अपनी आवाज बुलंद की.
कारोबारियों के एक संगठन, चैंबर्स ऑफ टेक्सटाइल एसोसिएट के बैनर तले शहर में विशाल प्रतिवाद रैली निकाली गयी. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी कारोबारियों ने मोदी मुर्दाबाद के नारे भी जमकर लगाये. समाजसेवी सह कपड़ा कारोबारी बच्छराज बोथरा के अगुवाई में रैली शहर की नामी कपड़ा मंडी महावीरस्थान से शुरू हुई जो आलूपट्टी, हाशमी चौक, हिलकार्ट रोड, सेवक रोड, विधान रोड से गुजरी. रैली विधान रोड स्थित कपड़े के थोक बाजार गौरी शंकर मार्केट के सामने पहुंचकर समाप्त हुई.
संगठन के संयोजक बच्छराज बोथरा का कहना है कि केंद्र सरकार एक जुलाई से टेक्सटाइल उत्पादों पर पांच फीसदी जीएसटी लागू करने जा रही है. साथ ही इसकी प्रक्रिया भी काफी जटिल है. हर 10 दिनों में रिटर्न फाइल भरना होगा. जबकि अब-तक भारत में टेक्सटाइल पर किसी तरह का टैक्स नहीं था. टेक्सटाइल पर पांच फीसदी जीएसटी लगाने से अब कपड़े और महंगे हो जायेंगे और आम आदमियों को महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ेगी. जीएसटी के विरुद्ध कपड़ा कारोबारियों के प्रदर्शन में दुकान-प्रतिष्ठानों के कर्मचारी और अन्य कारोबार से जुड़े कारोबारी व अन्य व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में शामिल हुए.