दार्जीलिंग (पश्चिम बंगाल) : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (जीजेएम) ने आज आरोप लगाया है कि पुलिस की गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गयी. इससे दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में तनाव और गहरा गया है. अलग राज्य की मांग को लेकर दार्जीलिंग में अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज 24वें दिन भी जारी रही.
आंदोलन की अगुवाई कर रहे जीजेएम और अन्य पर्वतीय दलों ने कहा कि सोनादा इलाके में सुबह पुलिस की गोलीबारी में ताशी भूटिया की मौत हो गयी. बहरहाल, पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह की गोलीबारी से इनकार किया है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘हमारे पास अभी तक पुलिस गोलीबारी की कोई रिपोर्ट नहीं है. मामले में जांच की जा रही है.’ जीजेएम सूत्रों ने बताया कि घटना उस वक्त हुई, जब रात करीब साढे 12 बजे ताशी भूटिया सोनादा स्थित अपने घर की ओर जा रहा था.
जीजेएम और अन्य पर्वतीय दलों ने पुलिस पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी है. जीजेएम नेता बिनय तमांग ने कहा, ‘पुलिस ने अकारण युवक की हत्या कर दी. उसके शरीर पर गोलियों के जख्म के निशान हैं. हमारी मांग है कि इसमें शामिल पुलिसकर्मियों को सजा दी जाये.’
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युवक की मौत की खबर फैलते ही सैकड़ों गोरखालैंड समर्थक सड़कों पर उतर आये और ‘पुलिस अत्याचार’ के खिलाफ नारे लगाने लगे. शाम को ये लोग दार्जीलिंग के चौकबाजार इलाके में युवक के शव के साथ रैली निकालेंगे.
केंद्र सरकार ने कल कहा था कि आंदोलन खत्म करने के लिए वह जीजेएम और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ त्रिपक्षीय वार्ता करना चाहताहै. अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते खाद्य आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित होने के बीच जीजेएम और विभिन्न एनजीओ ने लोगों के बीच भोजन का वितरण किया.
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दवा की दुकानों को छोड़ कर सभी दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और इंटरनेट सेवाएं 21वें दिन भी बाधित रहीं. पुलिस और सुरक्षा बलों ने सड़कों पर गश्त लगायी और इसके प्रवेश एवं निकास मार्गों नजर बनाये हुए हैं.