दार्जीलिंग : पहाड़ फिर हुआ लहूलुहान, पुलिस फायरिंग में दो की मौत
दार्जीलिंग : शुक्रवार की रात को दार्जीलिंग के सोनादा कस्बे में पुलिस की गोली से एक व्यक्ति की मौत के बाद शनिवार सुबह सोनादा में काफी बवाल हुआ. इसमें पुलिस बूथ तथा गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया. आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी […]
दार्जीलिंग : शुक्रवार की रात को दार्जीलिंग के सोनादा कस्बे में पुलिस की गोली से एक व्यक्ति की मौत के बाद शनिवार सुबह सोनादा में काफी बवाल हुआ. इसमें पुलिस बूथ तथा गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया. आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. देखते-देखते सोनादा की आग दार्जीलिंग शहर तक पहुंच गयी. दार्जीलिंग में पुलिस फायरिंग में एक आंदोलनकारी की मौत हो गयी.
सोनारा में मारे गये टासी भुटिया के भाई जिंदे भुटिया ने सोनादा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. श्री जिंदे ने कहा कि मैं बीमार था और मेरी दवा लाने के लिए ही भाई टासी को सोनादा बाजार भेजा था. उसी समय पुलिस ने भाई पर गोली चलायी और भाई की मौत हो गयी. स संदर्भ में गोरामुमो के केन्द्रीय प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने कहा है कि बीमार जिंदे भुटिया की दवा लाने के लिए उसका भाई बाजार गया था. पुलिस ने गोरखालैंड समर्थक टासी भुटिया को गोली मार दी. इधर, गोरामुमो प्रमुख मन घीसिंग ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. गोजमुमो के केन्द्रीय सह सचिव विनय तामांग ने कहा कि पुलिस ने एक गोरखालैंड समर्थक को मार डाला है. हम लोग पुलिस के इस तरह के कृत्य की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं. इधर, सोनादा में हुई घटना ने दार्जीलिंग शहर को भी अपने लपेटे में ले लिया है. गोरखालैंड समर्थकों ने शहर के रेलवे स्टेशन के पास पुलिस की एक गाड़ी तोड़ दी है.
शहर के पुलिस ट्राफिक बूथों को आग के हवाले कर दिया है. शहर के जज बाजार स्थित तृणमूल कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी. गोरखालैंड समर्थकों द्वारा सदर थाना, टाउन डीएसपी कार्यालय आदि पर पत्थरबाजी की गयी. इस घटना को देखते हुए पुलिस आंसू गैस के गोले भी दागे. इस दौरान एक गोरखालैंड समर्थक की गोली लगने से मौत हो गयी. मृतक का नाम सूरन सुंदास (35) बताया गया है. प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए शहर के प्रमुख मार्गों पर भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की है. खबर लिखे जाने तक पुलिस और गोरखालैंड समर्थकों के बीच पत्थरबाजी चल रही थी.