लगातार दूसरे दिन बारिश से सिलीगुड़ी त्रस्त

सिलीगुड़ी/बागडोगरा. सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों में लगातार दूसरे दिन भी झमाझम बारिश हो रही है. इससे जनजीवन पर बुरा असर पड़ा है. सोमवार को सुबह से ही बारिश ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया. महानंदा, महेशमारी, बालासन आदि नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसके साथ ही सिलीगुड़ी नगर निगम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2017 9:11 AM

सिलीगुड़ी/बागडोगरा. सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों में लगातार दूसरे दिन भी झमाझम बारिश हो रही है. इससे जनजीवन पर बुरा असर पड़ा है. सोमवार को सुबह से ही बारिश ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया. महानंदा, महेशमारी, बालासन आदि नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसके साथ ही सिलीगुड़ी नगर निगम के अधीन कई वार्ड जलमग्न हो गये हैं. गंगानगर, संतोषीनगर, गुरूंगबस्ती, प्रधान नगर, प्रमोद नगर आदि इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई है.बारिश का असर बाजार-हाट पर भी पड़ा है. सिलीगुड़ी शहर में दुकानें तो खुली हुई हैं, लेकिन लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं. वाहनों की आवाजाही भी नहीं के बराबर हो रही है.

इस बीच, भारी बारिश ने पहाड़ को भी अपने लपेटे में ले लिया है. पहाड़ पर पहले से ही गोरखालैंड आंदोलन जारी होने से स्थिति विकराल है. वहां बेमियादी बंद चल रहा है. ऊपर से बारिश ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है. बारिश से सिलीगुड़ी और सिक्किम के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-10 पर भूस्खलन की खबर है. तीस्ता बाजार के निकट भूस्खलन से रोड कुछ समय के लिए बंद हो गया. सिलीगुड़ी और सिक्किम के बीच वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई. तीस्ता बाजार के रहनेवाले राजेन छेत्री ने बताया है कि बारिश में हर साल ही यहां भूस्खलन होता है. प्रशासन से कई बार स्थायी समाधान निकालने की मांग की गयी है, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ है. पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कुछ भी नहीं कर रहे हैं. बारिश से सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों में भी असर पड़ा है.

दूसरी ओर, बारिश की वजह से माटीगाड़ा एवं बागडोगरा के संलग्न इलाके जलमग्न हो गये हैं. बारिश की वजह से हलिया नदी व बूढ़ी बालासन नदी खतरे के निशाने से ऊपर बह रहे हैं. बागडोगरा के लोकनाथ नगर तथा भुजियापानी रेल पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. भुजियापानी तथा पुटीमारी सड़क के किनारे की दुकानों में पानी भर गया है, जिसके कारण इस इलाके में रहने वाले आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. छात्रों को स्कूल जाने तथा आम लोगों को बाजार आदि आवश्यक काम-काज करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. चाइटा नदी के तेज धार के कारण माटीगाड़ा के परिवहन नगर को भी अपनी चपेट में ले लिया है. चाइटा नदी में पानी इतना बढ़ गया है कि नदी किनारे की जमीन का कटाव हो रहा है.

इलाके के लोगों का कहना है कि यह तो प्रत्येक वर्ष की बात है. प्रशासन को इसके लिए पहले से व्यवस्था करनी चाहिए थी, ताकि आम लोगों को परेशानी न हो. इस इलाके के उप-प्रधान तथा प्रधान सुबीर बर्मन का कहना है कि प्रत्येक वर्ष पानी आने के कारण आम लोगों को परेशानी होती है. श्री बर्मन ने कहा कि एशियन हाइवे-2 के निर्माण के कारण स्टेशन मोड़ हाइड्रेन जाम हो गया है. हाइड्रेन के जाम होने से पानी का बहाव नहीं हो रहा है तथा दुकानों एवं घरों में पानी घुस गया है. उन्होंने कहा कि एशियन हाइवे-2 निर्माण के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर हालात को देखा और जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है.

इधर, बागडोगरा के स्थानीय बच्चू चौधरी, बच्चू चक्रवर्ती, ग्राम पंचायत के सदस्य दीपाली सिन्हा का कहना है कि एशियन हाईवे बनने के कारण इलाके के ड्रेन जाम हो गया है जिसके कारण पानी का बहाव नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक साल की अपेक्षा इस बार पानी कुछ अधिक है. रवीन्द्रपल्ली, नेताजीपल्ली, मिलनपल्ली, पाइकपाड़ा, रामकृष्णपल्ली इलाके जलमग्न हो गये हैं.

इधर, बागडोगरा ब्लॉक के बीडीओ रूनी राय का कहना है कि अमराई ग्राम में भी पानी पूरी भर गया है, जिसके कारण सड़क तथा जमीन का कटाव हो रहा है. पानी निकलने का कोई साधन नहीं है. श्री राय ने कहा कि इस बात की जानकारी संबंधित विभाग के इंजीनियर तथा बीएलआरओ को भी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि प्रशासन का इस पर नजर है और जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.

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