दार्जीलिंग में ट्रैफिक पुलिस चौकी फूंकी, बिजली आपूर्ति बोर्ड से जुड़े फ्लैट में आग लगा दी
दार्जीलिंग (पश्चिम बंगाल) : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (जीजेएम) कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के 33वें दिन सोमवार को ट्रैफिक पुलिस की एक चौकी और बिजली आपूर्ति बोर्ड से जुड़े एक फ्लैट में आग लगा दी. पृथक राज्य और पहाड़ों में इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग को लेकर जीजेएम समर्थकों और अन्य पहाड़ी दलों के सदस्यों […]
दार्जीलिंग (पश्चिम बंगाल) : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (जीजेएम) कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के 33वें दिन सोमवार को ट्रैफिक पुलिस की एक चौकी और बिजली आपूर्ति बोर्ड से जुड़े एक फ्लैट में आग लगा दी. पृथक राज्य और पहाड़ों में इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग को लेकर जीजेएम समर्थकों और अन्य पहाड़ी दलों के सदस्यों ने जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया.
Siliguri, West Bengal: Darjeeling Himalayan Railway incurs 20% loss in passengers due to ongoing protests for separate Gorkhaland. pic.twitter.com/yv1QYCkkDo
— ANI (@ANI) July 17, 2017
अधिकारियों ने बताया कि जीजेएम कार्यकर्ताओं ने मिरिक में एक यातायात पुलिस चौकी और बिजनबाड़ी में बिजली आपूर्ति बोर्ड के एक फ्लैट में आग लगा दी. हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दार्जीलिंग, कलिम्पोंग और सोनादा में सेना के जवानों ने गश्त की. पुलिसकर्मी और अर्द्धसैन्य बल भी पहाड़ियों में लगातार गश्त कर रहे हैं.
दवा की दुकानों को छोड़ कर सभी दुकानें, रेस्तरां, होटल, स्कूल और कॉलेज बंद हैं. हड़ताल के कारण खाद्य पदार्थों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. फलस्वरूप जीजेएम कार्यकर्ताओं और पहाड़ियों में सक्रिय गैर सरकारी संगठनों के कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच खाने का सामान वितरित करते देखा गया. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पहाड़ पर आंदोलन के चलते दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे को अब तक 20 लाख रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान हो चुका है.