गुरुंग की चेतावनी जल्द वार्ता नहीं, तो शुरू होगी असली पिक्चर

दार्जिलिंग. गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) सुप्रीमो विमल गुरुंग ने रविवार को कहा कि प्रस्तावित गोरखालैंड एक संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए केंद्र सरकार को जल्द से जल्द वार्ता के लिए आगे आना चाहिए. लेकिन केंद्र सरकार ममता बनर्जी के डर से वार्ता की पहल नहीं कर रही. यह ठीक नहीं है. गुरुंग ने पातलेबास स्थित मोरचा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2017 8:05 AM
दार्जिलिंग. गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) सुप्रीमो विमल गुरुंग ने रविवार को कहा कि प्रस्तावित गोरखालैंड एक संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए केंद्र सरकार को जल्द से जल्द वार्ता के लिए आगे आना चाहिए. लेकिन केंद्र सरकार ममता बनर्जी के डर से वार्ता की पहल नहीं कर रही. यह ठीक नहीं है. गुरुंग ने पातलेबास स्थित मोरचा के कार्यालय में एक बातचीत के दौरान यह भी कहा कि अभी तक केवल ट्रेलर ही चल रहा है. अगर गोरखालैंड के मुद्दे पर शीघ्र वार्ता नहीं की गयी तो गोरखालैंड आंदोलन की असली पिक्चर शुरू होगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार वार्ता के लिए बुला रही है, लेकिन बातचीत किस मुद्दे पर होगी, यह स्पष्ट नहीं है. हमलोगों ने केंद्र सरकार को स्पष्ट कर दिया है कि अगर वार्ता होगी तो सिर्फ गोरखालैंड के मुद्दे पर होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गोरखालैंड आंदोलन को दबाने के लिए पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर रबर की गोली चलवायी और अब सीधे गोली दाग रही है, जिसमें अब तक आठ गोरखालैंड समर्थकों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि मोरचा लोकतांत्रिक एवं गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहा है, लेकिन बंगाल सरकार पुलिस बल का प्रयोग कर आंदोलन को दबाने के लिए किसी भी हद तक जा रही है.
उन्होंने कहा कि गोरखालैंड का लक्ष्य अब ज्यादा दूर नहीं है. इस बात का अहसास बंगाल सरकार को है, इसीलिए वह छटपटा रही है. उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर काम करना होगा, तब अलग राज्य गोरखालैंड प्राप्त करने में आसानी होगी.
दार्जिलिंग के भाजपा सांसद एसएस अहलुवालिया के संबंध में पूछे जाने पर विमल गुरुंग ने कहा कि पहाड़ की जनता ने श्री अहलुवालिया को गोरखालैंड के लिए वोट दिया था, इसलिए उन्हें अलग राज्य गोरखालैंड के लिए काम करना होगा. श्री गुरुंग ने कहा कि श्री अहलुवालिया गोरखालैंड के लिए कागजी काम करते आ रहे हैं, लेकिन अब ठोस काम करना होगा, ताकि गोरखालैंड का गठन हो सके. श्री अहलुवालिया को भाजपा के सांसदों के साथ मिलकर गोरखालैंड के मुद्दे पर पहल करनी होगी.

धूमधाम से मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस: स्वतंत्रता दिवस के बारे में पूछे जाने पर गुरुंग ने कहा कि हमलोग भारतीय हैं, इसलिए स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ मनायेंगे. उन्होंने स्वतंत्रता दिवस मनाने को लेकर शाखा-प्रशाखा से लेकर महकमा समिति, केंद्रीय समिति सभी को भव्यता के साथ मनाने का निर्देश दिया है.

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