चार साल बाद भी आंगनबाड़ी में छाजन नहीं होने से परेशानी

बानरहाट : चार साल पहले आये आंधी-पानी में आंगनबाड़ी केन्द्र का छाजन उड़ गया था. उसके बाद से अब तक केन्द्र को छाजन नसीब नहीं हुआ है. परिणामस्वरूप गैरकाटा संलग्न तेलीपाड़ा चाय बागान अंतर्गत चौकटलाइन के केन्द्र में बच्चे खुले आकाश के नीचे पढ़ने को विवश हैं. इस आंगनबाड़ी केन्द्र की प्रशासनिक उपेक्षा से स्थानीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2017 10:12 AM
बानरहाट : चार साल पहले आये आंधी-पानी में आंगनबाड़ी केन्द्र का छाजन उड़ गया था. उसके बाद से अब तक केन्द्र को छाजन नसीब नहीं हुआ है. परिणामस्वरूप गैरकाटा संलग्न तेलीपाड़ा चाय बागान अंतर्गत चौकटलाइन के केन्द्र में बच्चे खुले आकाश के नीचे पढ़ने को विवश हैं. इस आंगनबाड़ी केन्द्र की प्रशासनिक उपेक्षा से स्थानीय लोगों में क्षोभ है.

उल्लेखनीय है कि 2013 के आंधी-तूफान में इस आंगनबाड़ी केन्द्र का छाजन उड़ गया था. उसके बाद चार साल बीत जाने के बावजूद हालात जस के तस हैं. छाजन नहीं रहने से केन्द्र में मिड-डे मील तैयार करने में भी रसोइयों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.नाम नहीं छापने की शर्त पर एक आंगनबाड़ी कर्मचारी ने बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को इस समस्या की लिखित जानकारी दी गई है.

लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. वहीं बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के प्रधान संजय उरांव ने बताया कि धन की कमी के चलते केन्द्र की मरम्मत नहीं हो पायी है. इसके लिए जल्द कदम उठाये जायेंगे. ताकि बच्चों को सुचारू रुप से पढ़ाई करने में किसी भी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े .

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