सिलीगुड़ी निगम: पेयजल समस्या पर तृकां के सब्र का बांध टूटा

सिलीगुड़ी: पेयजल की लगातार समस्या को लेकर गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (तृकां) का सब्र का बांध टूट गया और सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोधी दल के तृकां नेता रंजन सरकार उर्फ राणा दा की अगुवायी में सभी तृकां पार्षदों ने जम कर हंगामा किया. वाम बोर्ड के मेयर अशोक भट्टाचार्य और पेयजल विभाग के मेयर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2017 10:16 AM
सिलीगुड़ी: पेयजल की लगातार समस्या को लेकर गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (तृकां) का सब्र का बांध टूट गया और सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोधी दल के तृकां नेता रंजन सरकार उर्फ राणा दा की अगुवायी में सभी तृकां पार्षदों ने जम कर हंगामा किया. वाम बोर्ड के मेयर अशोक भट्टाचार्य और पेयजल विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) जय चक्रवर्ती से सात दिनों के अंदर इस्तीफे की मांग की.

इस दौरान तृकां के पार्षदों द्वारा मेयर को उनके दफ्तर में ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मेयर पर तृकां पार्षद कृष्णचंद्र पाल के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया. साथ ही मेयर के घर के सामने धरना-प्रदर्शन कर प्रदर्शनकारियों ने श्री भट्टाचार्य को उनके दफ्तर में ही घंटों बंधक बनाये रखा. जब मेयर अपने दफ्तर से बाहर निकल कर जबरन जाने की कोशिश की कोशिश करने लगे तो प्रदर्शनकारी एक बार फिर भड़क उठे और मेयर व एमएमआइसी से सात दिनों के अंदर इस्तीफा देने के लिए आवाज बुलंद करने लगे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘मेयर हटाओ, निगम बचाओ’ का जोरदार नारा भी दिया.

रंजन सरकार ने मेयर को दिखाया तेवर
तृकां नेता रंजन सरकार ने पेयजल की समस्या और मेयर के रवैये पर उनको तल्ख तेवर दिखाते हुए कहा कि एशियन हाइवे के काम में पीएचइ की पाइप लाइन रोड़ा है. सिलीगुड़ी के निकट तीनबत्ती मोड़ पर एशियन हाइवे पर एक सेतु बनाने का काम चल रहा है. जहां सड़क के नीचे पाइप लाइन बाहर निकल आयी है. इसे हटाने के लिए एशियन हाइवे प्रबंधन द्वारा डेढ़ वर्ष पहले ही निगम को चिट्ठी लिखी गयी है. लेकिन निगम की वाम बोर्ड ने आजतक एक बार भी इस पाइप लाइन को हटाने और पानी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए राज्य सरकार और पीएचइ विभाग को अर्जी तक नहीं दी. श्री सरकार का कहना है कि एशियन हाइवे प्रबंधन पाइप लाइन हटाने में सात दिन का समय लगेगा. फलस्वरुप सिलीगुड़ी में सप्ताह भर से भी अधिक समय के लिए पानी की समस्या रहेगी. अगर एशियन हाइवे पाइप लाइन हटाये और सिलीगुड़ी में पानी की समस्या होती है तो इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार मेयर और जल विभाग के एमएमआइसी ही होंगे. श्री सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि मेयर द्वारा संचालित वाम बोर्ड की मनमानी अब नहीं चलने दी जायेगी. अगर मेयर और एमएमआइसी सात दिनों के अंदर इस्तीफा देकर कुर्सी नहीं छोड़ते तो तृकां आम जनता को साथ लेकर जोरदार आंदोलन करेगी.
मेयर ने तृकां पर किया पलटवार: मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भी तृकां पर जोरदार तरीके से पलटवार किया और प्रदर्शनकारियों को मेयर पद की गरिमा का पाठ पढ़ाया. श्री भट्टाचार्य ने विरोधियों के साथ बदसलूकी करने समेत सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने स्वीकार किया कि एशियन हाइवे द्वारा पाइप लाइन हटाने की एक अर्जी मिली. जिसमें पाइप लाइन हटाने में सात दिनों के समय लगने की बात कही गयी. जिसे निगम ने केवल तीन दिनों के अंदर ही पाइप लाइन हटाने को एशियन हाइवे को निर्देश दिया गया. श्री भट्टाचार्य का कहना है कि अगर पाइप लाइन हटाने में ही सात दिन का समय लगेगा तो पूरे निगम क्षेत्र में इसका व्यापक असर पड़ेगा. पानी के लिए हाहाकार मच जायेगा. इसलिए तीन दिन से अधिक बरदाश्त नहीं किया जा सकता. पाइप लाइन हटाने को लेकर निगम की कोई भूमिका नहीं है. यह एशियन हाइवे प्रबंधन और राज्य सरकार द्वारा संचालित पीएचइ मंत्रालय के बीच का मामला है.

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