बातचीत की पहल करे राज्य सरकार
सिलीगुड़ी. गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोरचा (गोरामुमो) ने पहाड़ पर हुए विस्फोट में विदेशी शक्तियों का हाथ होने का अनुमान प्रकट करते हुए इसे गोरखालैंड आंदोलन को भटकाने का प्रयास बताया. बीते 24 घंटों में दार्जीलिंग व कालिम्पोंग में हुए बम विस्फोट की कड़ी निंदा गोरामुमो ने की है. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर शांति के […]
सिलीगुड़ी. गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोरचा (गोरामुमो) ने पहाड़ पर हुए विस्फोट में विदेशी शक्तियों का हाथ होने का अनुमान प्रकट करते हुए इसे गोरखालैंड आंदोलन को भटकाने का प्रयास बताया. बीते 24 घंटों में दार्जीलिंग व कालिम्पोंग में हुए बम विस्फोट की कड़ी निंदा गोरामुमो ने की है. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर शांति के लिए राज्य सरकार पहल करे. यदि उसे संकोच हो रहा हो तो किसी मध्यस्थ का सहारा ले.
रविवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए गोरामुमो के महासचिव महेंद्र छेत्री ने कहा कि गोरखालैंड आंदोलन को दबाने के लिए ही इस प्रकार की साजिश रची जा रही है. पहाड़ पर शांति बहाल करने के लिए राज्य सरकार को आंदोलनकरियों के साथ विचार-विमर्श की पहल करनी चाहिए. हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ गोजमुमो की बैठक हुई थी. उनकी अपील पर गोजमुमो ने आमरण अनशन वापस ले लिया है. इस समय राज्य सरकार को त्रिपक्षीय वार्ता की पहल करनी चाहिए.
श्री छेत्री ने कहा की पहाड़ की स्थिति संवेदनशील है. सभी शांति चाहते है, लेकिन इसके लिए बातचीत की प्रक्रिया शुरू करनी होगी. यदि राज्य सरकार खुद पहल करने से कतरा रही है तो किसी मध्यस्थ का सहारा ले सकती है. हम लोग वार्ता के लिए तैयार हैं. लेकिन राज्य सरकार ने पहले ही वार्ता के लिए बंद वापस लेने की शर्त रख दी है. उन्होंने कहा कि गोजमुमो भी गोरखालैंड के अलावा किसी मुद्दे पर बात करने को तैयार नहीं है. जबकि बातचीत की प्रक्रिया बिना किसी शर्त के शुरू करनी चाहिए. वार्ता शुरू होने पर हरेक मसले पर विचार किया जायगा. राज्य सरकार को वार्ता का माहौल तैयार कर सभी आंदोलनकारियों को साथ लेकर विचार-विमर्श के मंच पर बैठना चाहिए.
विस्फोट कांड में गोजमुमो को क्लीन चिट देते हुए श्री छेत्री ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उनका कहना है कि इस कांड में विदेशी एजेंट का भी हाथ हो सकता है. इसकी जांच की जानी चाहिए.
गोजमुमो को लेनी होगी जिम्मेदारी : गौतम देव
राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने इस संबंध में कहा कि गोरखालैंड आंदोलन के समय जो घटनाएं पहाड़ पर घट रही हैं, गोजमुमो को उनकी जिम्मेदारी लेनी होगी. बीती रात हुए विस्फोट की उच्च स्तरीय जांच करायी जा रहा है. सारी सच्चाई जल्द बाहर आ जायेगी. राज्य सरकार पहाड़ की शांति के लिए बातचीत को हमेशा तैयार है. इसलिए सर्वदलीय बैठक भी बुलायी गयी थी, लेकिन उस बैठक में किसी ने भी हिस्सा नहीं लिया.