पद्मश्री ‘एम्बुलेंस दादा’ बना रहे अस्पताल
मालबाजार. ‘एम्बुलेंस दादा’ के नाम से लोकप्रिय पद्मश्री करीमुल हक समाज सेवा के क्षेत्र में एक नया काम करने जा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा की बुनियादी सुविधाओं के अभाव को देखते हुए उन्होंने अपनी जमीन पर ही एक खैराती अस्पताल की बुनियाद रख दी है. करीमुल हक ने बताया कि इलाज के अभाव […]
मालबाजार. ‘एम्बुलेंस दादा’ के नाम से लोकप्रिय पद्मश्री करीमुल हक समाज सेवा के क्षेत्र में एक नया काम करने जा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा की बुनियादी सुविधाओं के अभाव को देखते हुए उन्होंने अपनी जमीन पर ही एक खैराती अस्पताल की बुनियाद रख दी है. करीमुल हक ने बताया कि इलाज के अभाव में उन्होंने अपनी मां को दम तोड़ते देखा है इसलिए उन्हें आम आदमी के दर्द का एहसास है. इसी एहसास के चलते वह अपनी मोटरसाइकिल को एम्बुलेंस बनाकर बरसों से मरीजों को अस्पताल पहुंचाते आ रहे हैं. लेकिन अब उन्होंने खुद ही माल ब्लॉक के राजाडांगा स्थित अपने गांव में चैरिटेबल अस्पताल बनाने के लिए कदम बढ़ा दिया है.
इस नेक काम के लिए लोगों से उन्हें आर्थिक मदद भी मिल रही है. इसी के बल पर उन्होंने फिलहाल तीनमंजिला भवन के पिलर का निर्माण कराया है. भूतल में अनाथाश्रम होगा और ऊपरी दो तल्लों में अस्पताल चलेगा. मदद के लिए जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी के कई चिकित्सक भी आगे आ रहे हैं. सिलीगुड़ी की एक महिला ने अस्पताल के लिए दो लाख रुपये दान भी दिये हैं.
फिलहाल करीमुल अपने मकान के बगल में ही डिस्पेंसरी का संचालन करते हैं. इस काम में कई अन्य चिकित्सकों का भी सहयोग मिल रहा है. कई लोगों ने उन्हें चिकित्सकीय उपकरण भी दान किये हैं, ताकि वहां मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज हो सके. करीमुल का बस यही सपना है कि किसी मरीज की इलाज के अभाव में मृत्यु नहीं हो जिसके लिए वे लगे हुए हैं.