चिंता: जिलाधिकारी ने की बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा, जलपाईगुड़ी जिले में 40 करोड़ का हुआ नुकसान
जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिले में आयी बाढ़ में 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस दौरान विभिन्न हादसों में सात लोगों की मौत हुई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ में क्षतिग्रस्त इलाकों के पुनरुद्धार के लिए सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) से मदद का अनुरोध किया है. इसके अलावा मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने के […]
जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिले में आयी बाढ़ में 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस दौरान विभिन्न हादसों में सात लोगों की मौत हुई है. जिला प्रशासन ने बाढ़ में क्षतिग्रस्त इलाकों के पुनरुद्धार के लिए सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) से मदद का अनुरोध किया है. इसके अलावा मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने के लिए राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग से आवेदन किया गया है. जिलाधिकारी रचना भगत ने यह जानकारी दी है.
इधर, नये सिरे से बाढ़ की स्थिति बनने से पहले ही पंचायत समितियों को बड़ी नावें खरीदने के लिए एसजेडीए मदद करेगा. जिला प्रशासन, एसजेडीए व बीडीओ को लेकर संयुक्त समीक्षा दल का गठन हुआ है. विधायकों व सासंद से अपने कोष से क्षतिग्रस्त इलाकों की आर्थिक मदद करने का अनुरोध किया गया है. बुधवार को जिलाधिकारी के कांफ्रेंस रूम में एसजेडीए के अधिकारियों, विभिन्न ब्लॉकों के बीडीओ, प्रभावित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों, विधायकों, सांसद, नगरपालिका चेयरमैन, जिला परिषद अध्यक्ष को लेकर एक बैठक की गयी. इसमें बाढ़ की बाद की स्थिति व नुकसान की समीक्षा की गयी.
जलपाईगुड़ी के सांसद विजय चंद्र बर्मन एवं राजगंज के विधायक खगेश्वर राय ने बताया कि उनके क्षेत्र के कई इलाके जलमग्न हैं. प्रशासन ने एसजेडीए से आवेदन किया है. धन आवंटित होने पर वित्तीय मदद की जायेगी. बैठक में मौजूद जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन मोहन बोस ने बताया कि उन्होंने नगरपालिका क्षेत्र में हुए नुकसान के मद्देनजर प्रशासन व एसजेडीए से मदद मांगी है. सबसे ज्यादा नुकसान वार्ड नंबर 16 में हुआ है. इधर, एसजेडीए ने फिलहाल क्षतिग्रस्त इलाकों में स्ट्रीट लाइट, सड़कों की मरम्मत किये जाने और पेयजल व्यवस्था बहाल किये जाने की बात कही है.
बड़ी नावें खरीदने में पंचायत समितियों को मदद
बैठक के बाद एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने बताया कि इसबार जिले के कई ब्लॉकों में राहत व बचाव कार्य में समस्या आयी. इसलिए पंचायत समितियों को अब बड़ी नावें खरीदने में वित्तीय मदद की जायेगी. उन्होंने जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक के नंदनपुर बोयालमारी में तीस्ता नदी के किनारे रह रहे लोगों से सहयोग करने की अपील की और सुरक्षित जगहों पर चले जाने को कहा. बाढ़ की आशंका वाले अन्य क्षेत्रों के लोगों की भी काउंसेलिंग की जा रही है.
सात मौतें, सरकार से मुआवजे का अनुरोध
जिलाधिकारी रचना भगत ने बताया कि सीधे बाढ़ से किसी की मौत नहीं हुई है. लेकिन तालाब में नहाने, सर्पदंश व करंट लगने से कुल सात लोगों की मौत हुई है. इन परिवारों को आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से क्षतिपूर्ति देने का अनुरोध किया गया है. जिला परिषद की सभाधिपति नूरजहां बेगम ने बताया कि इस बाढ़ में काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ प्रभावित इलाकों को दुरुस्त करने के लिए सभी ने मिलकर कमर कस ली है. क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत सिंचाई विभाग करेगा.
नुकसान : एक नजर में
क्षतिग्रस्त तटबंध : 8800मीटर
बाढ़ प्रभावित पंचायतें : 59
बाढ़ प्रभावित गांव : 351
क्षतिग्रस्त घर : 5000
मौतें : 7