profilePicture

हक की लड़ाई लड़ रही है नयी दुल्हन, शादी के बावजूद ससुराल में नहीं मिल रहा है बहू का दर्जा

बागडोगरा. घरवालों की मरजी के बगैर प्यार कर शादी करने का खामियाजा एक नयी दुल्हन को भुगतना पड़ रहा है. करीब एक साल से यह लड़की ससुराल में अपना हक पाने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन बहू की मर्यादा तो दूर की बात उसे ससुराल में प्रवेश करने की अनुमति तक नहीं मिली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 8:54 AM
बागडोगरा. घरवालों की मरजी के बगैर प्यार कर शादी करने का खामियाजा एक नयी दुल्हन को भुगतना पड़ रहा है. करीब एक साल से यह लड़की ससुराल में अपना हक पाने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन बहू की मर्यादा तो दूर की बात उसे ससुराल में प्रवेश करने की अनुमति तक नहीं मिली है. घटना गोसाईंपुर के मुलाइजोत की है.

बुधवार को स्थानीय ग्राम पंचायत व महिला तृणमूल कांग्रेस की मदद से लड़की को उसके ससुराल में ले जाया गया. वहां उसकी सास व ननद ने खोरीखोटी सुना कर स्वीकार करने से मना कर दिया. घटना की शिकायत माटीगाड़ा थाना में किये जाने पर पुलिस सास व ननद को पूछताछ के लिए थाना ले गयी. लड़की का पति फरार है.

पीड़ित गृहवधू ने बताया कि रवीन चौहान (27) के साथ उसका छह साल से प्यार था. 14 नवंबर 2016 को शिवमंदिर के नारायणपल्ली के एक मंदिर में रवीन के साथ उसने शादी की थी. शादी के बाद ससुराल में पैर रखते ही उसपर शारीरिक व मानसिक रूप से अत्याचार होने लगा. शादी के कुछ दिनों बाद उसे घर से निकाल दिया गया. इसके बाद उसने कई बार ससुराल में जाने की कोशिश की, लेकिन उसे ससुराल ने नहीं स्वीकार किया. बाध्य होकर वह माटीगाड़ा थाना में मदद के लिए पहुंची.

पुलिस ने रवीन को भी थाना बुलाया और सास जथिका सिंह व गृहवधू की मां दिपाली घोष को एक समझौता पत्र में हस्ताक्षर कराया.समझौता पत्र में लिखा था कि हम दोनों की शांतिपूर्ण रूप से व सामाजिक रीति रिवाज के तहत शादी करायेंगे. लेकिन इसके बाद भी लड़की को ससुराल में जगह नहीं दी गयी. इसके बाद बुधवार को लड़की स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य तापसी साहा व महिला तृणमूल अंचल की अध्यक्ष प्रेमा चक्रवर्ती को लेकर अपने ससुराल गयी. सबके सामने ही लड़की की सास व ननद उसपर कटाक्ष करने लगी. उसके चरित्र पर सवाल उठाया गया. बाद में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर सास व ननद को माटीगाड़ा थाना ले गयी. सास जथिका सिंह का कहना है कि समझौता पत्र में जबरदस्ती उनका हस्ताक्षर लिया गया था. उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे की शादी नहीं की थी. इसलिए वह लड़की को बहू का दर्जा नहीं देगी. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

Next Article

Exit mobile version