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कालिम्पोंग : गुरुंग के आह्वान पर तेज हुआ आंदोलन
कालिम्पोंग : पुलिस से हिंसक झड़पें, लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग कालिम्पोंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) प्रमुख विमल गुरुंग गुरुंग की ओर से राज्य सरकार की शांति पहल को नकराने जाने और पहाड़ अंचल में अलग गोरखालैंड राज्य की मांग पर फिर से बंद शुरू करने के आह्वान का शुक्रवार को पहाड़ के विभिन्न इलाकों में […]
कालिम्पोंग : पुलिस से हिंसक झड़पें, लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग
कालिम्पोंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) प्रमुख विमल गुरुंग गुरुंग की ओर से राज्य सरकार की शांति पहल को नकराने जाने और पहाड़ अंचल में अलग गोरखालैंड राज्य की मांग पर फिर से बंद शुरू करने के आह्वान का शुक्रवार को पहाड़ के विभिन्न इलाकों में जबदस्त प्रभाव देखने को मिला.
अधिकांश इलाकों में फिर से बंद का माहौल दिखने लगा. विमल गुरुंग ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह आंदोलन को भटकाने और गोरखा एकता को तोड़ने की साजिश में लगी हुई है. उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि गोरखालैंड मुद्दे पर त्रिपक्षीय बैठक नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
विमल गुरुंग के पिकेटिंग कर गोरखालैंड आंदोलन को तेज करने के आह्वान का असर दिखना शुरू हो गया है. शुक्रवार को पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच झड़प होने से कालिम्पोंग शहर में दिनभर तनाव रहा. सुबह 11.30 बजे और शाम को चार बजे दो अलग-अलग झड़पें हुईं.
इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की और लाठीचार्ज किया. शुक्रवार सुबह पिकेटिंग में उतरी सात नंबर वार्ड की पार्षद विमला छेत्री समेत 15 मोर्चा समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जब इन्हें लेकर गाड़ी से मोटर स्टैंड पहुंची,
तभी पुलिस और आंदोलनकारियों में झड़प शुरू हो गयी. मोर्चा नेताओं की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही डंबर चौक से सैकड़ों मोर्चा समर्थक मोटर स्टैंड की तरफ जाने लगे. आंदोलनकारियों ने पुलिस की गाड़ी रोकने का प्रयास शुरू किया. इसे लेकर हंगामा शुरू हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया. आंसू गैस का भी प्रयोग किया गया. इस झड़प में दो पुलिसकर्मी घायल हो गये.
उक्त घटना के बाद डंबर चौक इलाके में गोरखालैंड समर्थकों ने टायर जलाकर विरोध करना शुरू कर दिया. दोपहर तक तनावपूर्ण स्थिति के बीच शाम करीब चार बजे थाना डांडा परिसर से सेना का एक वाहन कालिम्पोंग मोटर स्टैंड की तरफ जा रहा था.
आरोप है कि आंदोलनकारियों ने सेना की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया और पत्थरबाजी की. इसे लेकर उनकी फिर पुलिस से झड़प शुरू हो गयी. आंदोलनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने थाना डांडा से मोटर स्टैंड व डंबर चौक की तरफ आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की.
इस बीच, आंदोलनकारियों की तरफ से पत्थरबाजी की गयी. यह झड़प करीब एक घंटे तक चली. शाम पांच बजे तक पुलिस ने डंबर चौक और बाजार को अपने नियंत्रण में ले लिया. पुलिस ने 10 माइल, सीके चौक आदि जगहों से भी आंदोलनकारियों को खदेड़ा. इसके बाद शहर सुनसान हो गया. घटना के बाद पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है.
एक स्कूल बस में तोड़फोड़ :
शुक्रवार की सुबह अपने नेता के निर्देशानुसार मोर्चा समर्थक कालिम्पोंग के मोटर स्टैंड इलाके में पिकेटिंग कर रहे थे. इसी दौरान बेमियादी बंद का उल्लंघन कर गुजर रही स्थानीय सेंट अगास्टिन स्कूल की एक बस में तोड़फोड़ की गयी.
पिछले कुछ दिनों से कालिम्पोंग में गाड़ियों की आवाजाही बढ़ गयी है. इस बीच एक पुलिस की गाड़ी को भी निशाना बनाया गया. डंबर चौक में अलग राज्य समर्थकों ने टायर जलाकर पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. वहीं सिलीगुड़ी से एनबीएसटीसी की दो बसें कालिम्पोंग पहुंचीं.
महिला पत्रकार की पिटाई
शुक्रवार सुबह 11.30 बजे पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच संघर्ष के बीच कालिम्पोंग मोटर स्टैंड में पुलिस ने एक अंग्रेजी दैनिक की महिला पत्रकार निशा छेत्री की पिटाई कर दी.
इससे वह घायल हो गयीं. आरोप है कि कालिम्पोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अम्लान घोष की मौजूदगी में यह घटना हुई. आरोप है कि अम्लान घोष ने फाइबर स्टिक से उन पर पीछे से वार किया. घटना के बाद उन्हें तत्काल कालिम्पोंग जिला अस्पताल ले जाया गया. आरोप है कि निशा घटनास्थल से दूर खड़ी थीं, फिर भी उन पर लाठी चला दी गयी.
निशा ने बताया कि खुद को पत्रकार बताये जाने के बावजूद उन पर लाठी चलायी गयी. गत पांच जुलाई के दिन भी कालिम्पोंग में दो पत्रकारों पर लाठीचार्ज किया गया था. कालिम्पोंग के पत्रकारों ने इस घटना की तीव्र निंदा की है. डीएम को इस संबंध में ज्ञापन भी दिया गया.
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