प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पहाड़ दौरे से मची खलबली

सिलीगुड़ी. करीब साढ़े तीन महीने तक पहाड़ पर अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान अदृश्य रहने के बाद भाजपा नेताओं की सक्रियता अचानक बढ़ गयी है. बुधवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पहाड़ दौरे पर आ रहा हैं. वह कालिम्पोंग में एक राजनैतिक कार्यक्रम में शिकरत करेगें. कार्यक्रम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2017 9:41 AM
सिलीगुड़ी. करीब साढ़े तीन महीने तक पहाड़ पर अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान अदृश्य रहने के बाद भाजपा नेताओं की सक्रियता अचानक बढ़ गयी है. बुधवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पहाड़ दौरे पर आ रहा हैं. वह कालिम्पोंग में एक राजनैतिक कार्यक्रम में शिकरत करेगें. कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो चुकी है.

तीन महीने गायब रहने के बाद अब वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप माकपा विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भाजपा पर लगाया है. उन्होंने हांलाकि राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को भी पहाड़ की इस परिस्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया है.

मंगलवार दोपहर सिलीगुड़ी नगर निगम के सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिलीगुड़ी के माकपा विधायक सह निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि जब पहाड़ पर आग जल रही थी तब भाजपा कहां थी. दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया से लेकर केंद्र की भाजपा सरकार तक इस मसले पर चुप्पी साधे बैठी थी. जबकि वर्ष 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में अलग राज्य की मांग को हवा देकर भाजपा ने वोट बटोरा था. पहाड़ पर मौजूदा हालात के लिए श्री भट्टाचार्य ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी जिम्मेदार ठहराया . उन्होंने कहा कि राज्य की सत्ता में आते ही सुश्री बनर्जी ने अलग राज्य गोरखालैंड की मांग को प्रश्रय देते हुए जीटीए का गठन किया. फूट डालो राज करो की नीति के तहत अलग-अलग जाति विकास बोर्ड का गठन किया. लेकिन उसका कोई फायदा नहीं है. तृणमूल और भाजपा हमेशा से ही वोट बैंक की राजनीति करती आ रही है.

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