सिलीगुड़ी : एक ओर जहां केंद्र सरकार के लिए गंगा की सफाई बड़ी चुनौती बनी हुई है वहीं सिलीगुड़ी से नदी की सफाई को लेकर एक अच्छी खबर सामने आ रही है. महानंदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने तत्परता दिखायी है.
खबर है कि महानंदा नदी में गंदगी फैलाने वालों की खैर नहीं है. नदी में गंदगी फैलाने वालों को जेल भी जाना पड़ सकता है. ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार अवमानना करने पर तीन साल की जेल अथवा 10 करोड़ रुपये तक का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.
शुक्रवार को महानंदा नदी कर साफ-सफाई को लेकर गहरी चिंता जताते हुए एक बैठक की गयी. बैठक में प्रशासन के विभिन्न अधिकारी, सिलीगुड़ी नगर निगम, छठ पूजा कमेटी, पुलिस प्रशासन समेत कई विभाग के अधिकारी मौजूद थे. बैठक के बाद पत्रकारों को उक्त जानकारी दी गयी.
दी गयी जानकारी के अनुसार अब से किसी भी समारोह के बाद फूल या और कोई अन्य चीज नदी में नहीं फेंकी जाएगी. छठ पूजा के घाटों को नदी से तीन फुट पीछे करने के लिए कहा गया है.