मालदा: शिशु की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा, अस्पताल में की तोड़फोड़ दो गिरफ्तार, पथावरोध
मालदा. एक शिशु की अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद मालदा मेडिकल कॉलेज जमकर बवाल हुआ. मृत शिशु के परिजनों ने अस्पताल परिसर में उत्पात किया और तोड़फोड़ की. यह घटना शुक्रवार रात को घटी है. तोड़फोड़ की इस घटना से अस्पताल में हर ओर खलबली मच गयी. डॉक्टर, नर्स तथा अन्य अस्पताल कर्मचारी डर […]
मालदा. एक शिशु की अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद मालदा मेडिकल कॉलेज जमकर बवाल हुआ. मृत शिशु के परिजनों ने अस्पताल परिसर में उत्पात किया और तोड़फोड़ की. यह घटना शुक्रवार रात को घटी है. तोड़फोड़ की इस घटना से अस्पताल में हर ओर खलबली मच गयी. डॉक्टर, नर्स तथा अन्य अस्पताल कर्मचारी डर कर भाग निकले. अस्पताल में भर्ती अन्य रोगी तथा उनके परिजनों में भी दहशत फैल गयी. तत्काल ही इस घटना की जानकारी मालदा थाना पुलिस को दी गयी. भारी संख्या में पुलिस बल मेडिकल कॉलेज पहुंचा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृत शिशु के परिवारवाले ओल्ड मालदा ब्लॉक के जालंगी गांव में रहते हैं. मृतक तीन वर्षीय शिशु का नाम जाहेद अख्तर है. मृतक के पिता असगर अली तथा मां जहेरून बीबी ने बताया है कि बच्चे की तबियत खराब हो गयी थी. वह बुखार से पीड़ित था. उसे उल्टियां भी हो रही थी. बाद में मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने उसकी कोई चिकित्सा नहीं करायी.
इन दोनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सा शुरू नहीं होने की वजह से ही बच्चे की मौत हो गयी है. नर्सों से कई बार डॉक्टरों को बुलाने का अनुरोध किया, उसका कोई लाभ नहीं हुआ. डॉक्टर बच्चे की चिकित्सा करने नहीं आये. शाम को शिशु की मौत हो गयी. इधर शिशु की मौत की खबर मिलते ही गांव से परिवार के काफी सदस्य मेडिकल कॉलेज में जमा हो गये. चिकित्सा नहीं करने का आरोप लगाते हुए इन लोगों ने पहले नर्सों तथा कर्मचारियों पर धावा बोला. उसके बाद मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ शुरू कर दी. आतंकित कर्मचारी वहां जान बचाकर भागे. स्थिति बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार मेडिकल कॉलेज में रोगी के परिजनों द्वार तोड़पोड़ की खबर मिलते ही पुलिस मौक पर पहुंची. पहले स्थिति को नियंत्रित किया और मृतक के दो रिस्तेदारों अब्दुल गफ्फार तथा आइजूल हक को गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तारी के बाद स्थिति और बिगड़ी
पुलिस ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन इससे स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गयी. परिजन अस्पताल के पास स्थित 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जमा हुए और सड़क जाम कर दी. काफी देर तक वाहनों की आवाजाही बंद रही. इससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि चिकित्सा में लापरवाही की वजह से ही शिशु की मौत हुई है. हांलाकि मालदा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.
क्या कहना है मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का
मालदा मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक तथा वाइस प्रिंसिपल अमित दां ने चिकित्सा में लापरवाही के आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि सांस की बीमारी से शिशु की मौत हुई है. डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की. रोगी की मौत हो ऐसा कोई नहीं चाहता. लेकिन जिस तरह से परिवार वालों ने तांडव मचाया, वह निंदनीय है.