दुखद: धान के खेत में लगायी गयी थी बिजली तार की बाड़, करंट से गजराज की मौत

मालबाजार. बिजली तार की बाड़ की चपेट में आकर एक दंतैल हाथी की मौत हो गयी. मंगलवार तड़के यह दुखद घटना माल ब्लॉक अंतर्गत एलेनबाड़ी चाय बागान की सुंदरी बस्ती में घटी. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में हड़कंप है. वहीं वन विभाग के बैकुंठपुर डिवीजन की ओर से माल थाने में धान खेत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2017 8:59 AM
मालबाजार. बिजली तार की बाड़ की चपेट में आकर एक दंतैल हाथी की मौत हो गयी. मंगलवार तड़के यह दुखद घटना माल ब्लॉक अंतर्गत एलेनबाड़ी चाय बागान की सुंदरी बस्ती में घटी. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में हड़कंप है. वहीं वन विभाग के बैकुंठपुर डिवीजन की ओर से माल थाने में धान खेत के मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गई है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार रात को बैकुंठपुर डिवीजन अंतर्गत आपालचंद जंगल से हाथियों का एक झुंड भोजन की तलाश में धान के खेतों में घुसा था. खेत के चारों तरफ लगी विद्युत बाड़ की चपेट में आकर उक्त हाथी की मौत हो गयी. स्थानीय ग्रामीणों ने मृत हाथी पर फूल चढ़ाकर उसकी पूजा-अर्चना की.

इस घटना को लेकर उदलाबाड़ी के एक पर्यावरण प्रेमी संगठन के सदस्य नाफ्सार अली ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि यह इलाका हाथियों का गलियारा है. इसी रास्ते से हाथी अक्सर आया-जाया करते हैं. इस इलाके में खेत के चारों तरफ विद्युत बाड़ लगाना गैरकानूनी है. ऐसे करनेवालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने इस विषय में वन विभाग को अवगत कराया है.
एक हफ्ते पहले बागडोगरा में ऐसा ही हादसा
बीते 11 अक्तूबर को ठीक ऐसी ही घटना सिलीगुड़ी के निकट लोअर बागडोगरा ग्राम पंचायत के अधीन चार नंबर नया बस्ती गांव में घटी थी. वहां धान के खेत में एक हाथी मरा मिला था. उसकी मौत भी खेत के चारों ओर लगी बिजली तार की बाड़ से हुई थी.
बैकुंठपुर डिवीजन ने किया खेत मालिक पर मुकदमा
बैकुंठपुर डिवीजन की डीएफओ उमा रानी ने बताया कि चार-पांच दिनों पहले ही जमीन के मालिक ने बिजली तार की बाड़ लगायी थी. मृत हाथी का पोस्टमार्टम किया जायेगा. खेत मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गई है. दोषी पाये जाने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. विभाग की ओर से ऐसे इलाकों के किसानों को वैकल्पिक फसल उगाने के लिए बार-बार कहा जा रहा है, लेकिन किसान ध्यान नहीं दे रहे हैं. इसीलिए ऐसी घटनाएं घट रही हैं. धान को हाथियों से बचाना मुश्किल होता है.

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