भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दो दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर, किये राजनीतिक हमले, कहा ममता सरकार जनता की नजरों में हुई फर्जी

सिलीगुड़ी: विश्व बांग्ला ब्रांडवाली तृणमूल सरकार के दौर में इतना फर्जीवाड़ा सामने आया है कि राज्य के नागरिकों की नजर में ममता बनर्जी की नेतृत्ववाली सरकार ही फर्जी हो गयी है. मुकुल राय के बाद दो दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर आये प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री पर यह तंज पत्रकारों से बातचीत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2017 11:28 AM
सिलीगुड़ी: विश्व बांग्ला ब्रांडवाली तृणमूल सरकार के दौर में इतना फर्जीवाड़ा सामने आया है कि राज्य के नागरिकों की नजर में ममता बनर्जी की नेतृत्ववाली सरकार ही फर्जी हो गयी है. मुकुल राय के बाद दो दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर आये प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री पर यह तंज पत्रकारों से बातचीत में कसा है. विश्व बांग्ला को लेकर मुकुल राय ने जो आरोप लगाया है, उसके बाद से पूरे राज्य में राजनैतिक हलचल तेज हो गयी है. दिलीप घोष ने भी मुकुल राय की तर्ज पर राज्य सरकार के खिलाफ हमला बोला है.

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष दो दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर सिलीगुड़ी पहुंचे. शनिवार की सुबह दार्जिलिंग मेल ट्रेन से वह न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन उतरे. पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने विश्व बांग्ला के संबंध में कहा कि मुकुल राय पहले तृणमूल के ही सैनिक थे. विश्व बांग्ला को लेकर जो फर्जीवाड़ा चल रहा है, उसके संबंध में वह अधिक जानते हैं. छह महीने में तृणमूल की राज्य सरकार डेंगू को नियंत्रित करने में विफल साबित हुई है. तृणमूल राज्य सरकार के समय में इतने घोटाला सामने आया है कि तृणमूल का दामन दागदार हो गया है. वर्ष 2011 में राज्य की सत्ता परिवर्तन होने के बाद से फर्जी डाक्टर, फर्जी चिटफंड कंपनी, फर्जी आधार कार्ड, फर्जी राशन कार्ड, फर्जी जॉब कार्ड सहित इतना फर्जीवाड़ा हुआ है कि तृणमूल सरकार भी फर्जी साबित हो गयी है.

श्री घोष ने कहा कि तृणमूल सरकार के फर्जीवाड़े का कुछ और सुराग भी भाजपा के हाथ लगा है, उचित समय पर उन सुरागों को जनता के दरबार में पेश किया जायेगा. पार्टी के जिन सदस्यों ने तृणमूल के गुनाहों से पर्दा हटाने की कोशिश की है ममता बनर्जी ने उसका नामोनिशान मिटा दिया है. लेकिन तृणमूल का झंडा थामनेवाले दागदार को भी गद्दी पर बिठा दिया है. एक ही आरोप में शामिल दो लोगों के साथ अलग-अलग व्यवहार किया जा रहा है. एक को की हत्या की साजिश रची जा रही है जबकि दूसरे ने जैसे ही तृणमूल के सुर में सुर मिलाया उसे गद्दी सौंप दी गयी. दिलीप घोष का इशारा विमल गुरुंग व विनय तमांग की ओर था.
उन्होंने आगे कहा कि वंशीबदन एक फरार मुजरिम हैं. तृणमूल के बैनर तले आने के बाद से वह पुलिस के साथ चाय की चुस्की ले रहे हैं. जबकि वहीं भाजपा के साथी महाराज अनंत कुमार को राज्य में कार्यक्रम या सभा करने तक नहीं दिया जा रहा है.
केंद्र वार्ता चाहता है, पर ममता नहीं
इधर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र की समस्या को लेकर श्री घोष ने कहा कि पहाड़ के लोगों की समस्या अभी भी समाप्त नहीं हुई है. त्रिपक्षीय वार्ता ही इसका एकमात्र हल है. केंद्र की भाजपा सरकार पहाड़ समस्या समाधान के लिए त्रिपक्षीय वार्ता को तत्पर है, जबकि राज्य की तृणमूल सरकार इस समस्या को बनाये रखना चाहती है. ताकि वोट बैंक की राजनीति कर पहाड़ पर अपना अधिपत्य कायम कर सके. दार्जिलिंग जिले के लोगों ने तृणमूल अच्छे से पहचान लिया है. इसी वजह से लोकसभा, विधान सभा, व सिलीगुड़ी नगर निगम आदि उसके हवाले नहीं किया. यह दुख मुख्यमंत्री को बार-बार कचोट रहा है.
पंचायत चुनाव को लेकर माटीगाड़ा में की बैठक
आने वाले पंचायत चुनाव के पहले तृणमूल के पूर्व सैनिक मुकुल राय के भाजपा में शामिल होने से एक बड़ा राजनैतिक अलट-फेर होने की संभावना जतायी जा रही है. भाजपा मुकुल राय को पूरी तरह से प्रचार में उतार दिया है. वर्तमान में मुकुल राय भाजपा के प्रचार में गुजरात गये हुए हैं. शनिवार को आने वाले पंचायत चुनाव को लेकर दिलीप घोष ने माटिगाड़ा ग्राम पंचायत इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक की है. इस बैठक में उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव के लिए अभी से जीतोड़ मेहनत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इसी महीने आने वाले पंचायत चुनाव की जंग छिड़ जायेगी. मुकुल राय भी इस पंचायत चुनाव में भाजपा के समर्थन में राज्य के प्रत्येक जिले में चुनावी प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर भाजपा की स्थिति पहले से ज्यादा मजबूत हुई है. भाजपा के समर्थकों में भारी उछाल आया है. वामो व कांग्रेस के अधिकांश जनप्रतिनिधि तृणमूल में शामिल हो चुके हैं. जबकि उनके कार्यकर्ताओं के सामने असमंजस की स्थिति है. ऐसे में उनके पास भाजपा ही एकमात्र विकल्प है. बल्कि भारी संख्या में माकपा व कांग्रेस समर्थक भाजपा में शामिल हो चुके हैं.

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