देखने से लगा कि जयगांव के साथ कितना घोर अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा कि अभी भी जयगांव ग्राम पंचायत के अधीन है. भाजपा बंगाल की सत्ता में आयी तो जयगांव को फुंछोलिंग की तरह विकसित किया जायेगा. यहां नगरपालिका होनी ही चाहिए.
दिलीप घोष ने गोरखालैंड के मसले से सीधे तौर पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि यह गोरखा समुदाय का संवैधानिक अधिकार का मामला है जो जायज है. इसके लिये विमल गुरुंग मेहनत कर रहे हैं. इस बारे में भाजपा को कोई मंतव्य करना उचित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भारत में सवा सौ करोड़ गोरखा रहते हैं. उनकी सुरक्षा, पहचान और अस्मिता की सुरक्षा के प्रति भाजपा प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे गोरखा समुदाय को लेकर राजनीति करना उनका शगल है. उनके चलते ही पहाड़ में बेमियादी बंद के दौरान पहाड़ के लोगों की जिंदगी नारकीय हो गई थी. राज्य सरकार विमल गुरुंग की टोली को समाप्त करने पर अड़ी है. मोर्चा के नेता विनय तमांग और अनित थापा को सामने रखकर राजनीति कर रही है. केंद्र सरकार को भी गोरखाओं के हित में विचार करना होगा.