फूलबाड़ी इमीग्रेशन सेंटर से अब भी कारोबार ठप
सिलीगुड़ी. भारत-बांग्लादेश सीमा फूलबाड़ी इमीग्रेशन सेंटर से होकर व्यवसाय अब भी बंद है. तस्करी का भंडाफोड़ होने के 13 दिन बाद भी फूलबाड़ी इमिग्रेशन सेंटर का रास्ता नहीं खुला है. इमिग्रेशन सेंटर पर सैंकड़ो की संख्या में ट्रक खड़े हैं. 13 दिन से व्यापार ठप होने से निर्यात व्यवसायी परेशान हैं. इस समस्या को लेकर […]
सिलीगुड़ी. भारत-बांग्लादेश सीमा फूलबाड़ी इमीग्रेशन सेंटर से होकर व्यवसाय अब भी बंद है. तस्करी का भंडाफोड़ होने के 13 दिन बाद भी फूलबाड़ी इमिग्रेशन सेंटर का रास्ता नहीं खुला है. इमिग्रेशन सेंटर पर सैंकड़ो की संख्या में ट्रक खड़े हैं. 13 दिन से व्यापार ठप होने से निर्यात व्यवसायी परेशान हैं. इस समस्या को लेकर सोमवार बांग्लादेश सीमा में बीजीबी, कस्टम व बांग्लादेश के आयात-निर्यात व्यवसायियों के बीच एक बैठक हुई है. मंगलवार को भारत में सीमा सुरक्षा बल, कस्टम व व्यवसायियों के बीच बैठक होनी है. उसके बाद ही इस समस्या का हल निकाला जायेगा.
उल्लेखनीय है कि बीते 30 अक्टूबर की शाम 43 टन बोल्डर लेकर बांग्लादेश जाने की अनुमति लेकर एक डंपर फूलबाड़ी इमिग्रेशन सेंटर से सीमा पार किया. बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करते ही बोर्ड गार्ड बांग्लादेश के जवानों ने डंपर को रोक कर तलाशी ली. उस डंपर से करीब 23 टन मशीनरी, मोटर इंजन व अन्य यंत्र बरामद हुए.
बीजीबी ने मशीनरी जब्त कर ली. डंपर को भी कब्जे में लेकर चालक को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद घटना की जानकारी भारतीय बीएसएफ व इमिग्रेशन अधिकारियों को दी गयी. इस घटना से इमिग्रेशन, बीएसएफ व कस्टम विभाग की नींद उड़ गयी. उच्च स्तर पर इस मामले की जांच करायी जा रही है. इस मामले में सिलीगुड़ी के कई आयत-निर्यात व्यापारियों के कार्यालय पर छापेमारी भी की गयी.
तस्करी कांड में सिलीगुड़ी के एक आयात-निर्यात व्यापारी का नाम सामने आया है. सिलीगुड़ी के सी एंड मेसर्स तस्नीन इंटरप्राइजेज इंटरनेशनल के मैनेजर आसिफ राशेद पन्ना सहित बांग्लादेश की रेजा इंटरनेशनल के मालिक हमीदुर रहमान सहित कुल पांच व्यासायी को आरोपी बनाया गया है. गिरफ्तार डंपर चालक धनंजय राय अभी भी बीजीबी की हिरासत में हैं. यहां बता दे उत्तर बंगाल में गाड़ी तस्करी गिरोह काफी सक्रिय है. गाड़ी चुराने के बाद उसके पार्ट्स को स्थानीय गैराज में बेच दिया जाता है. और गाड़ी का इंजन बांग्लादेश भेज दिया जाता है. इस तस्करी का भंडाफोड़ भी हुआ है. बीते 1 नवंबर से बांग्लादेश को जानेवाली भारत व भूटान की गाड़ियां फूलबाड़ी इमिग्रेशन सेंटर पर खड़ी हैं.